जयपुर: राजस्थान के जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सांपों-कीड़ों की तस्करी का खुलासा किया है. बैंकॉक से आई फ्लाइट में दो यात्री पकड़े गए हैं, जिनके पास सांपों-कीड़ों के कई प्रजातियों के साथ मकड़ियां और बिच्छू बरामद हुए हैं. छोटे-छोटे पैकेट में जहरीले जीवों को बंद करके लाया जा रहा था. नशे के लिए सांपों-कीड़ों, मकड़ियों की तस्करी की बात सामने आ रही है.
वरिष्ठ वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद माथुर के मुताबिक जयपुर एयरपोर्ट पर विदेशी सरीसृप, मकड़ी और अन्य जीवों का तस्करी का मामला सामने आया है. शुक्रवार को बैंकॉक से आई एयर एशिया की फ्लाइट में सैकड़ों की संख्या में एग्जॉटिक श्रेणी के जीवों की खेप पकड़ी गई है. सूचना मिलने पर डीएफओ विजयपाल सिंह के निर्देशन में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. अधिकांश जीव उत्तरी व दक्षिण अमेरिका की प्रजातियां हैं.
इनमें कॉर्न स्नेक, मैक्सिकन मिल्क स्नेक, मैक्सिकन ब्लैक किंग स्नेक, कैलिफोर्निया किंग स्नेक, डेजर्ट किंग स्नेक, ग्रीन इगुआना, क्वींस मॉनिटर लिजर्ड, फिनलेसन गिलहरी, टेरेंट्यूला प्रजाति की मकड़ियों के हजारों नवजात शिशु बरामद किए गए हैं. वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के सदस्य भी मौके पर पहुंचे. भारतीय प्रजाति के न होने के चलते वन्यजीव अधिनियम में मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका. एग्जॉटिक कैटेगरी के होने के चलते इन जीवों को डिपोर्ट किया जाएगा.
वहीं, कस्टम विभाग के अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को बैंकॉक से आई एयर एशिया की फ्लाइट में दो संदिग्ध यात्रियों को पकड़ा गया है. खुफिया जानकारी के आधार पर संदिग्ध यात्रियों को पकड़कर पूछताछ की गई. पूछताछ करने पर संतोष पूर्वक जवाब नहीं दे पाए. यात्रियों के समान को चेक किया गया. यात्रियों के पास प्लास्टिक के डिब्बे बरामद हुए, जिनमें सांप, बिच्छू और मकड़ियां थीं. नशे के लिए इन जहरीले जीवों की तस्करी की जा रही थी. अलग-अलग प्रजाति के सांप-मकड़ियां और बिच्छू पाए गए हैं. दोनों आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि जहरीले जीवों की तस्करी नशे के लिए की जा रही थी.
हालांकि, पूछताछ करने पर आरोपियों ने कहा कि हमें इसकी कोई जानकारी नहीं थी कि डिब्बों में क्या सामान है. कस्टम विभाग की टीम ने दोनों यात्रियों को पकड़कर वन विभाग को मामले की सूचना दी. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. कस्टम विभाग और वन विभाग की ओर से पूरे मामले को लेकर जांच की जा रही है. पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इन जहरीले जीवों की तस्करी में कौन-कौन लोग शामिल हैं, कहां से लाया गया था और कहां पर पहुंचाया जाना था. पूरे नेटवर्क के बारे में पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है.