भीलवाड़ा. जिले में वन विभाग की ओर से घने वन क्षेत्र में पूर्णिमा की धवल चांदनी रात में पेड़ों पर बने मचान से वन कर्मी की निगाहें वाटर फॉल पर रही. पानी में हलचल होने पर वनकर्मियों ने दूरबीन से देखकर वन्यजीव की गणना की. 24 घंटे में जो भी वन्यजीव वाटरफॉल के पास पहुंचे उनकी वन विभाग द्वारा गणना की गई .
वन कर्मियों को पैंथर, जरक, भालू की एक झलक देखने का भी इंतजार रहा. लेकिन पैंथर की सिर्फ भीलवाड़ा के गंगापुर क्षेत्र में पग मार्क और दहाड़ सुनाई दी. वहीं भीलवाड़ा में 54 वॉटरफॉल हैं. वहीं करेड़ा, बदनोर, आसींद ,गंगापुर और माण्डलगढ़ क्षेत्र में वन कर्मी पूरी रात चौकस रहे. हमीरगढ़ इको पार्क में चिकारा घूमते हुए दिखाई दिए तो वहीं नीलगाय भी दौड़ती हुई नजर आई.
वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी गोविंद सिंह खींची ने बताया कि भीलवाड़ा डिवीजन में वन्य जीव की गणना का काम पूरा हो गया है और सभी जगह वन कर्मी मौजूद रहे हैं. लेकिन गत वर्ष की तुलना में इस बार कौन सा वन्यजीव ज्यादा पाया गया या कमी पाई गई, इसको लेकर सोमवार तक आंकड़े जारी किए जाएंगे.