सवाई माधोपुर. जिले में स्थानीय ग्रामीणों की ओर से बाहरी राज्य से आए लोगों को भूमि किराए पर दी जा रही है. बता दें कि कहीं 1,00,000 रुपए प्रति बीघा तो कहीं 50 से 60,000 रुपए प्रति बीघा के हिसाब से गैर खातेदारी भूमि को किराए पर दे रखा है. अकेले मोरेल बांध में करीब 800 बीघा भूमि गैर खातेदारी पर बाहरी राज्यों के लोग सब्जी और ककड़ी, तरबूज और खरबूज की खेती कर रहे हैं.
बाहरी राज्यों के तकरीबन 150 से 200 परिवार मोरेल बांध के पेटे में अस्थाई आवास बना कर रहे हैं. जिनके बारे में ना तो पुलिस को कोई जानकारी है ना ही स्थानीय प्रशासन कोई कार्रवाई करता है. इनमें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आपराधिक प्रवृत्ति के हैं लेकिन पुलिस विभाग ने अब तक इनके बारे में कोई भी जानकारी नहीं जुटाई है.
इन दिनों जिले में चोरी, नकबजनी, लूट सहित अन्य अपराधिक मामलों में बढ़ोतरी हुई है. पुलिस ही नहीं स्थानीय लोगों को भी इन लोगों के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं है. महज चंद रुपयों के लालच में ग्रामीण इन बाहरी लोगों को गैर खातेदारी भूमि पर अपना कब्जा दिखाकर किराए पर दे देते हैं.
गौरतलब है कि पुलिस और प्रशासन को इन का सर्वे करवाकर इनके बारे में जानकारी जुटानी चाहिए. साथ ही राजस्व विभाग एवं सिंचाई विभाग से संबंधित अधिकारियों को भी गैर खातेदारी भूमि को किराए पर देने वाले ग्रामीणों और इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस और प्रशासन इन लोगों पर किस तरह की कार्रवाई अमल में लाते हैं.