राजसमंद. ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों ही पार्टियों ने अंतिम चरण में उम्मीदवारों की घोषणा की थी जिसके कारण चुनावी प्रचार प्रसार में महज 20 दिन मिल रहे हैं. जिसके कारण 4 जिलों में फैली इस सीट पर उम्मीदवार को चुनावी प्रचार प्रसार में हर गांव ढाणी कस्बे तक पहुंचना बड़ा मुश्किल साबित हो रहा है.
4 जिलों में राजसमंद सीट फैली है. ऐसे में प्रत्याशियों को किसी भी गांव कस्बे या मोहल्ले में सभा करना मुश्किल साबित हो रहा है. पगफेरा करना भी लोहे के चने चबाने जैसा है. ऐसे में प्रत्याशियों के पास अब बहुत कम समय बचा है. जिसके लिए भाजपा हो, चाहे कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी प्रचार प्रसार में दिन रात एक कर रहे हैं और जनता तक पहुंच कर अपने लिए वोट की अपील कर रहे हैं.