करौली. शहर के सीताबाड़ी मोहल्ला स्थित राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय को हिंदी से अंग्रेजी भाषा में तब्दील करने पर गुस्साए अभिभावकों और छात्राओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जताया. उसके बाद स्थानीय विद्यालय की छात्राओं ने कलेक्टर नन्नुमल पहाड़िया को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान छात्राओं ने सरकार को चेतावनी दी, कि अगर विद्यालय को यथावत हिंदी मीडियम नहीं रखा गया, तो मजबूरन पढ़ाई छोड़नी पड़ेगी.
वहीं, स्थानीय विद्यालय की छात्राओं ने बताया की वो शुरू से ही हिंदी मीडियम में पढ़ रही हैं. सीताबाड़ी स्थित शिक्षा विभाग के राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय को समाप्त कर जून-2019 से महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम में रूपांतरित करने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में हिंदी माध्यम से अध्ययनरत बालिकाओं का कहना है कि उनका भविष्य अंधकार में हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने विद्यालय को हिंदी मीडियम में यथावत नहीं रखा तो उन्हें मजबूरन पढ़ाई छोड़नी पड़ेगी.
उधर, छात्राओं के अभिभावकों का कहना है की बालिका विद्यालय की स्थापना को काफी समय हो गया है. वर्तमान समय में क्षेत्र की करीब 250 छात्राएं विद्यालय में अध्ययनरत हैं. विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम में रूपांतरित कर दिया जाता है, तो हिंदी माध्यम में अध्यनरत छात्राएं अपनी पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होंगी. स्थानीय विद्यालय की छात्राओं के अभिभावकों ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर विद्यालय को हिंदी माध्यम में यथावत रखने की मांग की.