अजमेर. हर बार की तरह इस बार भी अजमेर लोकसभा सीट पर मुकाबला रोमांचक रहने के आसार हैं. दोनों ही प्रमुख पार्टियां अभी तक अजमेर लोकसभा क्षेत्र के लिए कोई जिताऊ उम्मीदवार नहीं ढूंढ सकी हैं. इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के नाम पर रिजू झुनझुनवाला का नाम सामने आया है. जिसपर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने तंज कसा है.
डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने अजमेर सीट पर बयान दिया है कि यह कोई नाथी का भाड़ा नहीं है..जो बाहरी उम्मीदवार को यहां थोप दिया जाए. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा... अगर चुनाव में बाहरी उम्मीदवार को भेजा जाता है तो उसे वापस भेज दिया जाएगा. रामचंद्र चौधरी ने सासू जी बीना काक से आग्रह किया है कि अपने दामाद को अपने घर में ही चुनाव लड़ाए. अजमेर भेजने की कोशिश ना करें...नहीं तो12:00 बजे से पहले ही उन्हें यहां से रवाना कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जो लोग स्वार्थी तत्व के हैं, वह लोग मधुमक्खी की तरह रिजू झुंझुनुवाला के चारों और मंडरा रहे हैं. अगर झुनझुनवाला के पास 3000 करोड़ की प्रॉपर्टी है तो मेरे पास भी 1000 से 1200 करोड़ की प्रॉपर्टी है. चौधरी ने कहा कि हमने किसानों के भले के लिए काफी काम किए हैं. लेकिन झुंझुनूवाला ने किसानों और उसके कर्मचारियों के लिए कभी काम नहीं किया. चौधरी ने कहा कि झुनझुनवाला की जितनी उम्र है उतने साल तो मुझे ग्रामीण इलाकों में और डेयरी में किसानों के लिए काम करते हो गए हैं. यह सब पैसे का मैनेजमेंट है .
कांग्रेसी में इन नामों को लेकर चर्चा
कांग्रेस रिजू झुनझुनवाला ,विष्णु मोदी ,रामचंद्र चौधरी, महेंद्र सिंह रलावता ,डॉ श्रीगोपाल बाहेती आदि के नामों को लेकर चर्चा है खाद्य बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ भी टिकट की दौड़ में हैं.
कौन हैं रिजू झुनझुनवाला
भीलवाड़ा ग्रुप के प्रबंध निदेशक रिजू झुनझुनवाला स्नातक और एमबीए शिक्षा प्राप्त है. भीलवाड़ा वस्त्र नगरी में बीएसएल और आरएसडब्ल्यूएम के मालिक हैं. पिछले 5 वर्षों से भीलवाड़ा में सामाजिक सरोकार के तहत कई खेल, कला, साहित्य संस्कृति, महिला सशक्तिकरण और धार्मिक आयोजनो से जुड़े हुए है. चर्चा है कि रिजू राजस्थान सरकार में पूर्व पर्यटन मंत्री बिना काक के रिश्तेदार है. चर्चा यह भी है कि पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट ही रिजू झुंनझुनवाला को अजमेर से चुनाव लड़ना चाहते है.
अजमेर के जातिगत समीकरण
लोकसभा क्षेत्र में जाट मतदाताओं की संख्या लगभग 2.5 लाख , गुर्जर मतदाता 2 लाख , मुस्लिम 2 लाख , वैश्य 80 हजार , ब्राह्मण 1 लाख ,राजपूत मतदाता 2 लाख ,रावत मतदाता 80 हजार , माली मतदाता 3 लाख के आसपास हैं. वहीं सिंधी मतदाता 80 हजार, अनुसूचित जाति और जनजाति मतदाता करीब 3 लाख के आसपास हैं. अन्य जातियों के मतदाताओं को मिलाकर कुल 18 लाख 62 हजार 158 मतदाता हैं.