अजमेर. कांग्रेस सरकार ने रिक्त पदों को भरने का चुनाव से पहले वादा किया था. परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे अभ्यार्थियों ने परेशान होकर अब आयोग भवन के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. राज्य के 72,000 अभ्यर्थियों को 7 मार्च से परीक्षा परिणाम का इंतजार है. राजस्थान लोक सेवा आयोग के प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 को 7 महीने बीत चुके हैं. बावजूद इसके आयोग ने अभी तक परीक्षा परिणाम जारी नहीं किया है. परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे बेरोजगार अभ्यार्थी मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि एक और सरकार शिक्षा में गुणवत्ता की बात करती है लेकिन जब स्कूलों में प्रधानाध्यापक के रिक्त पद भरे ही नहीं जाएंगे तो शिक्षा की गुणवत्ता कैसे बरकरार रह सकती है. सरकार में आने से पहले कांग्रेस नेतृत्व ने पदों को भरने का वादा किया था.
अभ्यार्थियों ने बताया कि परीक्षा परिणाम जारी करवाने की मांग को लेकर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और आरपीएससी सचिव केके शर्मा से भी वे लोग मिल चुके हैं. अभ्यर्थियों ने बताया कि पायलट ने 15 फरवरी तक परिणाम जारी करने का आश्वासन दिया था. लेकिन इस बात को भी 6 माह बीत चुके हैं.
उन्होंने बताया कि गोविंद सिंह डोटासरा के आज अजमेर आने पर फिर से अभ्यार्थी उनसे परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग करेंगे. अभ्यार्थियों ने कहा कि जब तक परीक्षा परिणाम जारी नहीं हो जाता, तब तक आयोग भवन से कुछ दूर अपनी मांग को लेकर वे आज से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे. विभिन्न जिलों से आए अभियार्थी आयोग भवन के बाहर लामबंद हुए और उन्होंने आयोग से परीक्षा परिणाम की मांग करते हुए प्रदर्शन भी किया.