बारां. जिले के हरनावदाशाहजी थाना क्षेत्र के दीगोद जागीर गांव में बीती रात दूल्हा दहेज की मांग पूरी ना होने पर शादी को अधूरा छोड़ चला गया. झालावाड़ जिले के जावर निवासी दुल्हन की शादी झालावाड़ के खेड़ी गांव निवासी मेघराज लोधा से होनी थी. दुल्हन के पिता की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण दुल्हन के मामा ने अपने गांव हरनावदा शाहजी के दीगोद जागीर में शादी का कार्यक्रम रखा था.
बता दें कि शुक्रवार रात दूल्हा-दुल्हन की शादी की आधी से ज्यादा रस्में पूरी हो चुकी थी. इसी दौरान दूल्हे ने एक फेरा लेने के बाद दुल्हन के पिता से दहेज में स्कॉर्पियो देने की मांग कर दी. दुल्हन के पिता ने इसे अपनी हैसियत के बाहर बताया जबकि दूल्हे को शादी के पहले सोने की अंगूठी सहित अन्य सामान दिया गया था.
इस दौरान अचानक स्कॉर्पियो की मांग करने से दुल्हन के पिता सदमे में आ गए और जब दुल्हन के पिता ने दहेज में स्कॉर्पियो देना अपनी हैसियत से बाहर बताया तो दूल्हा गुस्सा होकर अपनी शादी तोड़कर बारात लेकर लौट गया. इस दौरान दुल्हन के पिता और उसके रिश्तेदारों ने दूल्हे के पैर भी पकड़े और शादी नहीं तोड़ने की मिन्नतें भी की लेकिन दूल्हे ने किसी की भी नहीं सुनी और बारात लेकर उल्टे पांव अपने गांव रवाना हो गया.
इस घटना के बाद दुल्हन और उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. दुल्हन के पिता को बदनामी का डर सता रहा है. दुल्हन और उसके पिता ने हरनावदाशाहजी थाने में पहुंचकर दूल्हे मेघराज लोधा और उसके परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. हरनावदाशाहजी पुलिस ने दुल्हन की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है.