जयपुर. प्रदेश में हृदय रोगियों का निशुल्क चिकित्सा शिविर का गुजरात की श्री सत्य साईं सेवा संगठन की ओर से रविवार को आयोजित किया गया. दिल्ली बाईपास जवाहर नगर स्थित सत्य साईं महिला कॉलेज में सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक शिविर लगाया गया. इस दौरान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला सहित कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद रहे.
1000 से अधिक रोगियों का निशुल्क हार्ट चेकअप
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई. आपको बता दें कि कार्यक्रम हृदय रोगियों के लिए सत्य साईं महिला कॉलेज के परिसर में आयोजित किया गया है. इस दौरान शिविर में प्रदेशभर के करीब 1000 से अधिक रोगियों का निशुल्क चेकअप भी किया जा रहा है. वहीं चेकअप के पश्चात जिन रोगियों को हृदय ऑपरेशन की आवश्यकता है. उन रोगियों को राजकोट स्थित सत्य साईं सेवा संगठन के हॉस्पिटल में निशुल्क उपचार भी किया जाएगा.
सरकार की ओर से 5 हजार रुपए की सहायता
वहीं राज्य सरकार द्वारा राजकोट तक जाने वाले सभी मरीजों को 5 हजार रुपए की सहायता भी की जाएगी. गौरतलब है की मुख्यमंत्री की पहल पर सत्य साईं सेवा संगठन से एमओयू किया गया था. जिसके बाद सत्य साईं संगठन ने रविवार को जयपुर में सत्य साईं कॉलेज में इस शिविर का आयोजन किया. इस दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार प्रदेश के सभी रोगियों को राइट टू हार्ट का अधिकार दिया गया है. साथ ही रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र में भी इस चीज का वादा किया गया था. तो वहीं उन्होंने कहा कि जुलाई में आयोजित विधानसभा सत्र में सरकार अब इस चीज का बिल भी लाया जाएगा.
सत्य साईं हॉस्पिटल के साथ सरकार का एमओयू
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि जनता की भलाई के लिए सत्य साईं हॉस्पिटल के साथ यह एमओयू किया गया है. जिसके अंतर्गत सभी सीएचसी सेंटरों के साथ मिलकर सभी का इलाज भी करवाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब डेढ़ लाख बच्चे सालाना पैदा होते हैं. जिनमें कई ज्यादा बच्चों के दिल में छेद भी होता है. ऐसे में सरकार द्वारा कराए गए इस एमओयू से बच्चों की जान बचाई जा सकती है. तो वहीं गहलोत ने कहा कि यह पहली ऐसी योजना है जो देश में शुरू की गई है. जिसके अंतर्गत किडनी, कैंसर, हृदय सहित कई बीमारियों की जांचें और दवाई भी उपलब्ध कराई जा रही है.
प्राइवेट हॉस्पिटल पर साधा गहलोत ने निशाना
साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास जनता को दवाएं और पानी उपलब्ध करवाना है. वहीं उन्होंने प्राइवेट हॉस्पिटल ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब प्राइवेट संस्थान अब कमर्शियल संस्थान में बदल गए हैं. ऐसे में उनका मुख्य उद्देश्य है कि वह इस संदेश को सभी कॉमर्शियल संस्थान तक पहुंचाएं. जिनके अंतर्गत इलाज के नाम पर कमर्शियल धंधा चलाया जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि राइट टू हेल्थ की योजना हमें वास्तविक रूप में लागू करनी है ना ही इसे कोई घोषणा पत्र में ही रखनी है.
अपना सपना सभी के साथ मिलकर करेंगे पूरा- गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 20 साल पहले जब वह मुख्यमंत्री बने थे. तो उनके द्वारा जीवन रक्षा कोष की शुरुआत की गई थी. जिसके अंतर्गत मरीजों को सभी तरह के इलाज फ्री में किए जाते थे. लेकिन उनका प्रयास सफल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि अब वह अपना सपना सभी के साथ मिलकर पूरा करेंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना का फायदा उठाने की भी बात कही.
मरीजों से सीएम गहलोत ने की मुलाकात
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई मरीजों को मंच पर बुलाया और उनसे मुलाकात भी की. जिसके बाद अशोक गहलोत हार्ट कैंप के वार्ड में पहुंचे और वहां जाकर भी मरीजों से मुलाकात की. उन्हें इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने के बारे में भी उन्हें बताया.