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अनाथ बच्ची दामिनी को इटली में मिलेंगे नए माता पिता  

राज्य सरकार के शिशु गृह में रह रही बालिका को इटली निवासी दंपति गोद ले रहा है. जिसकी कानूनी प्रक्रिया समाज कल्याण एवं अधिकारिता विभाग द्वारा पूरी की जा चुकी है और इसके दस्तावेज सेंट्रल अथॉरिटी सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी(कारा) को भेजे जा चुके है, जिस पर गोदनामे का अंतिम फैसला किया जाएगा.

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Published : Apr 4, 2019, 4:48 PM IST

अनाथ बच्ची दामिनी को इटली में मिलेंगे नए माता पिता

भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर में राज्य सरकार के शिशु गृह में पल रही एक 6 वर्षीय अनाथ बच्ची को अब सात समंदर पार इटली में नए माता पिता मिलेंगे. जिसके लिए इटली निवासी दंपति को गोद देने की कानूनी प्रक्रिया जिला स्तर पर पूरी हो चुकी है और अब इस पर अंतिम आदेश सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी के द्वारा दिए जाएगा. जिसमे अभी करीब एक और महीना लग सकता है और इस आदेश के बाद यहां की अनाथ बालिका दामिनी इटली चली जाएगी. जहां उसको नए माता-पिता मिलेंगे जो उसका पालन पोषण करेंगे.


वर्ष 2014 में दामिनी उस समय मीडिया की सुर्ख़ियों में आयी जब वह महज 6 माह की थी और तभी उसकी मां शांति देवी की मौत हो गई जबकि उसका पिता बबलू सिंह रिक्शा चालक था. पत्नी की मौत के बाद बबलू अपनी नवजात बच्ची को कपडे के जरिये अपने गले में टांगकर रोजी रोटी कमाने के लिए रिक्शा चलाता था. साथ ही अपनी बच्ची को गले में टांगकर रखता था और उसको रिक्शा चलाते हुए दूध पिलाता था.


जब मीडिया में यह घटना हाईलाइट हुआ तो देश विदेशों से मदद देने वाले लोग आगे आये और दामिनी की परवरिश के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की लेकिन लेकिन मां के बाद दामिनी के पिता बबलू की भी जून 2018 में मौत हो गयी. उसके बाद दामिनी अनाथ हो गयी और उसको सहारा शिशु गृह में दाखिला दे दिया. जिसके बाद आज यहां पलते हुए दामिनी 6 वर्ष की हो चुकी है और अब नए माता पिता के साथ इटली में चली जाएगी.

अनाथ बच्ची दामिनी को इटली में मिलेंगे नए माता पिता


दामिनी को गोद लेने वाले माता-पिता इटली देश में बोलोग्ना शहर के निवासी हैं. जिनमें 42 वर्षीय रालीले निकोला जो कॉलेज टीचर है और उनकी 42 वर्षीय पत्नी इवानजेलिसि चिआरा जो जूनियर हाई स्कूल में इंग्लिश टीचर है. इस इटली निवासी दंपति की शादी 21 अप्रैल 2002 में हुई थी लेकिन कोई बच्चा पैदा नहीं हो सका इसलिए उन्होंने एक अनाथ बच्ची को गोद लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. जिसकी प्रक्रिया अब करीब पूरी होने को है.

हर विदेशी दंपति जो बच्चा गोद लेने चाहता है उसको विभाग के अकाउंट में 5000 डॉलर देने पड़ते हैं और भारतीय व्यक्ति को गोद लेने के लिए 40,000 रूपये देने पड़ते हैं.

भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर में राज्य सरकार के शिशु गृह में पल रही एक 6 वर्षीय अनाथ बच्ची को अब सात समंदर पार इटली में नए माता पिता मिलेंगे. जिसके लिए इटली निवासी दंपति को गोद देने की कानूनी प्रक्रिया जिला स्तर पर पूरी हो चुकी है और अब इस पर अंतिम आदेश सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी के द्वारा दिए जाएगा. जिसमे अभी करीब एक और महीना लग सकता है और इस आदेश के बाद यहां की अनाथ बालिका दामिनी इटली चली जाएगी. जहां उसको नए माता-पिता मिलेंगे जो उसका पालन पोषण करेंगे.


वर्ष 2014 में दामिनी उस समय मीडिया की सुर्ख़ियों में आयी जब वह महज 6 माह की थी और तभी उसकी मां शांति देवी की मौत हो गई जबकि उसका पिता बबलू सिंह रिक्शा चालक था. पत्नी की मौत के बाद बबलू अपनी नवजात बच्ची को कपडे के जरिये अपने गले में टांगकर रोजी रोटी कमाने के लिए रिक्शा चलाता था. साथ ही अपनी बच्ची को गले में टांगकर रखता था और उसको रिक्शा चलाते हुए दूध पिलाता था.


जब मीडिया में यह घटना हाईलाइट हुआ तो देश विदेशों से मदद देने वाले लोग आगे आये और दामिनी की परवरिश के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की लेकिन लेकिन मां के बाद दामिनी के पिता बबलू की भी जून 2018 में मौत हो गयी. उसके बाद दामिनी अनाथ हो गयी और उसको सहारा शिशु गृह में दाखिला दे दिया. जिसके बाद आज यहां पलते हुए दामिनी 6 वर्ष की हो चुकी है और अब नए माता पिता के साथ इटली में चली जाएगी.

अनाथ बच्ची दामिनी को इटली में मिलेंगे नए माता पिता


दामिनी को गोद लेने वाले माता-पिता इटली देश में बोलोग्ना शहर के निवासी हैं. जिनमें 42 वर्षीय रालीले निकोला जो कॉलेज टीचर है और उनकी 42 वर्षीय पत्नी इवानजेलिसि चिआरा जो जूनियर हाई स्कूल में इंग्लिश टीचर है. इस इटली निवासी दंपति की शादी 21 अप्रैल 2002 में हुई थी लेकिन कोई बच्चा पैदा नहीं हो सका इसलिए उन्होंने एक अनाथ बच्ची को गोद लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. जिसकी प्रक्रिया अब करीब पूरी होने को है.

हर विदेशी दंपति जो बच्चा गोद लेने चाहता है उसको विभाग के अकाउंट में 5000 डॉलर देने पड़ते हैं और भारतीय व्यक्ति को गोद लेने के लिए 40,000 रूपये देने पड़ते हैं.

Intro:भरतपुर
हैडलाइन - अनाथ बच्ची दामिनी को इटली में मिलेंगे नए माता पिता
बाइट - राजेंद्र शर्मा,डिप्टी डायरेक्टर,समाज कल्याण एवं अधिकारिता विभाग
ट्रांसक्रिप्ट---राज्य सरकार के शिशु गृह में रह रही बालिका को इटली निवासी दंपत्ति गोद ले रहा है जिसकी कानूनी प्रक्रिया समाज कल्याण एवं अधिकारिता विभाग द्वारा पूरी की जा चुकी है और इसके दस्तावेज सेंट्रल अथॉरिटी सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी(कारा) को भेजे जा चुके है जिस पर गोदनामे का अंतिम फैसला किया जायेगा जिसके बाद यहाँ की अनाथ बच्ची इटली निवासी दंपत्ति को गोद दी जाएगी
विज़ुअल्स डिटेल्स_विज़ुअल्स में नवजात दामिनी अपने पिता के गले में टंगी हुई,पिता बच्ची को गले में टांगकर रिक्शा चलाता हुआ के फाइल शॉट्स,समाज कल्याण विभाग और बाइट सम्मलित है
एंकर -  राजस्थान के भरतपुर में राज्य सरकार के शिशु गृह में पल रही एक 6 वर्षीय अनाथ बच्ची को अब सात समंदर पार इटली में नए माता पिता मिलेंगे जिसके लिए इटली निवासी दंपत्ति को गोद देने की कानूनी प्रक्रिया जिला स्तर पर पूरी हो चुकी है और अब इस पर अंतिम आदेश सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी के द्वारा दिए जायेगा जिसमे अभी करीब एक और महीना लग सकता है और इस आदेश के बाद यहाँ की अनाथ बालिका दामिनी इटली चली जाएगी जहाँ उसको नए माता पिता मिलेंगे जो उसका पालन पोषण करेंगे
वर्ष 2014 में दामिनी उस समय मीडिया की सुर्ख़ियों में आयी जब वह महज 6 माह की थी और तभी उसकी माँ शांति देवी की मौत हो गयी जबकि उसका पिता बबलू सिंह रिक्शा चालक था और पत्नी की मौत के बाद बबलू अपनी नवजात बच्ची को कपडे के जरिये अपने गले में टांगकर रोजी रोटी कमाने के लिए रिक्शा चलाता था साथ ही अपनी बच्ची को गले में टांगकर रखता था और उसको रिक्शा चलाते हुए दूध पिलाता था
जब मीडिया में यह घटना हाई लाइट हुआ तो देश विदेशों से मदद देने वाले लोग आगे आये और दामिनी की परवरिश के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की लेकिन लेकिन माँ के बाद दामिनी के पिता बबलू की भी जून 2018 में मौत हो गयी उसके बाद दामिनी अनाथ हो गयी और उसको सहारा शिशु गृह में दाखिला देकर दिया जिसके बाद आज यहाँ पलते हुए दामिनी 6 वर्ष की हो चुकी है और अब नए माता पिता के साथ इटली में चली जाएगी
दामिनी को गोद लेने वाले माता पिता इटली देश में बोलोग्ना शहर के निवासी है जिनमे 42 वर्षीय रालीले निकोला जो कॉलेज टीचर है और उनकी 42 वर्षीय पत्नी इवानजेलिसि चिआरा जो जूनियर हाई स्कूल में इंग्लिश टीचर है | इस इटली निवासी दंपत्ति की शादी 21 अप्रैल 2002 में हुई थी लेकिन कोई बच्चा पैदा नहीं हो सका इसलिए उन्होंने एक अनाथ बच्ची को गोद लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था जिसकी प्रक्रिया अब करीब पूरी होने को है
हर विदेशी दंपत्ति जो बच्चा गोद लेने चाहता है उसको विभाग के अकाउंट में 5000 डॉलर देने पड़ते है और भारतीय व्यक्ति को गोद लेने के लिए 40,000 रूपये देने पड़ते है


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