जयपुर. राजधानी के नगर निगम के जिन कांग्रेसी पार्षदों ने 4 महीने पहले बीजेपी को सबक सिखाने के लिए बीजेपी से बागी हुए पार्षद विष्णु लाटा को मेयर की कुर्सी तक पहुंचाया था. अब उसी विष्णु लाटा की कार्यशैली से नाराज रहने लगे हैं.
जयपुर नगर निगम में हाल ही में आचार संहिता खत्म होने के बाद बैठकों का दौर भी शुरू हो चुका है. जिसके बाद कई कांग्रेसी पार्षद नेता प्रतिपक्ष बने उमर दराज के पास मेयर के रवैये की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. ये पार्षद विष्णु लाटा को समर्थन देने के बाद से ठगा सा महसूस कर रहे हैं.
उनका आरोप है कि उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी जा रही. कांग्रेस पार्षदों ने नाम लिए बगैर कहा कि निगम को सिर्फ तीन लोग चला रहे हैं. वहीं जब नेता प्रतिपक्ष उमर दराज से बात की गई तो उन्होंने मेयर से नाराजगी से इनकार तो किया, लेकिन साथ में ये भी कह दिया कि मेयर काम नहीं करेंगे तो पार्षदों की तो सुननी ही पड़ेगी.
दरअसल, निगम के अंदर चर्चा है कि निगम को मेयर विष्णु लाटा और बीजेपी से निष्कासित हुए उनके दो पार्षद साथी भगवत सिंह देवल और अनिल शर्मा चला रहे हैं और कांग्रेस पार्षदों के समर्थन देने के बावजूद वो तव्वजो नहीं मिल पा रही, जिसकी उन्हें उम्मीद थी. बहरहाल, इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले दिनों में मेयर लाटा ने कांग्रेस पार्षदों को साधने की कवायद शुरू नहीं की, तो उनके खिलाफ विरोध का स्वर मुखर हो सकता है.