जयपुर. कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में 25 की 25 सीटों पर हार के बाद एक बार फिर राजस्थान में दो धड़े गहलोत और पायलट कैंप के दिखाई देने लगे हैं. कार्यकर्ता भी कंफ्यूज दिखाई दे रहा है कि वह आगे क्या करें. जहां एक और नेताओं की बयानबाजी के बाद प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को सामने आना पड़ा और उन्हें बकायदा एक सर्कुलर जारी करके यह कहना पड़ा कि नेता अपनी बयानबाजी बंद करे. उनके सर्कुलर के बाद नेताओं का तो 24 घंटे से कोई बयान नहीं आया है. लेकिन पांडे ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक और ट्विटर पर जो यह अपनी बातें रखी थी. उन पर कार्यकर्ताओं की ओर से लगातार कमेंट आ रहे हैं. जहां सोशल मीडिया पर अविनाश पांडे को ही कार्यकर्ताओं ने नसीहत दे दी है.
कार्यकर्ताओं ने अविनाश पांडे की बात पर तरह-तरह के रिप्लाई दिए हैं, ज्यादातर जवाब सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाने को लेकर कार्यकर्ताओं में गुस्सा भी दिखाई दे रहा है. तो वहीं कई उन्हें कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी खत्म करने की सलाह दे रहे हैं. कहीं-ना-कहीं बीच में अशोक गहलोत के पक्ष में भी कार्यकर्ता दिखाई दे रहे हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में 25 सीटें हार चुकी है. आगे आने वाले 2 विधानसभा उपचुनाव और पंचायत एवं नगर निगम चुनाव के अंदर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के चलते कड़ी परीक्षा होगी. और उसी कड़ी परीक्षा में कामयाब करवाएगा कांग्रेसी कार्यकर्ता और अगर यही कांग्रेसी कार्यकर्ता इसी तरीके से गुटबाजी में दो कैंपों में बांटा रहा, तो नतीजे निश्चित तौर पर कांग्रेस के लिए खराब आने वाले हैं.ऐसे में अब कांग्रेस आलाकमान किस तरीके से पार्टी को एक रख पाते हैं यह तो आने वाला समय बताएगा.