जयपुर. प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने वाली है, इसके लिए निर्वाचन विभाग पिछली बार की तुलना में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्विफ्ट गतिविधियों पर फोकस कर रहा है जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ाया जा सके.
भारत निर्वाचन आयोग की सख्ती के बाद अब राज्य निर्वाचन विभाग मतदान प्रतिशत बढ़ाने में जुट गया है. निर्वाचन विभाग ने पिछले लोकसभा चुनाव में कम मतदान प्रतिशत रहने वाले जिलों को पत्र लिखा है. इसके साथ ही उन जिला कलेक्टरों को भी पत्र लिखा गया है जिनमें महिला मतदान प्रतिशत कम रहा है और महिलाओं और युवाओं से जुड़ी एक्टिविटीज कराने के निर्देश दिए हैं ताकि महिला मतदान प्रतिशत को बढ़ाया जा सके.
2014 लोकसभा चुनाव में कम मतदान प्रतिशत वाले 5 जिले:-
करौली में 46. 68 , बीकानेर में 56.27 , भरतपुर में 57.33 पाली में 57.76 कनागौर में 58. 82 मतदान प्रतिशत रहा
इन जिलों में कम रहा महिलाओं का मतदान प्रतिशत
करौली 46.21 प्रतिशत, बीकानेर 51.58 , भरतपुर 53.42 सवाईमाधोपुर 55.41, जोधपुर 55.52 प्रतिशत रहा
महिलाओं को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए महिलाओं से जुड़े स्टडीज कराने के निर्देश निर्वाचन विभाग ने कलेक्टर को दिए हैं. हाल ही में विधानसभा चुनाव में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हर विधानसभा वार 11 महिला फ्रेंडली बूथ बनाया गया था. उसी के तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी महिला फ्रेंडली बूथ बनाया जाएगा जिनकी संख्या विधानसभा से ज्यादा होगी.
2014 लोकसभा चुनाव में 63.08 प्रतिशत मतदान हुआ था, जिसमें महिला मतदान प्रतिशत 61.27 प्रतिशत था , इस बार निर्वाचन विभाग ने लोकसभा चुनाव में 65% मतदान का लक्ष्य रखा है, ऐसे में देखना होगा कि विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने में नाकाम रहने वाले राज्य निर्वाचन विभाग लोकसभा चुनाव में कितना कामयाब रहता है.