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बार-बार लाइट जाने से भड़के संभागीय अभियंता, बोले- सिस्टम को सुधार कर ही रहूंगा

बूंदी में शनिवार को विद्युत निगम की कार्यशाला का आयोजन हुआ. जिसमें पूरी बिजली, पूरी बिलिंग और वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया गया. वहीं कार्यशाला के दौरान बार-बार लाइट जाने से संभागीय अभियंता भड़के नजर आए.

Workshop of discom, बूंदी विद्युत निगम
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Published : Oct 12, 2019, 8:07 PM IST

बूंदी. जिले में शनिवार को विद्युत निगम की कार्यशाला के दौरान पूरी बिजली, पूरी बिलिंग और वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया गया. कार्यशाला में जिलेभर से आए विद्युत निगम के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान कार्यशाला में बार-बार बिजली जाने से निगम की विद्युत नीति पर सवालिया निशान खड़े होते हुए नजर आए.

कार्यशाला में बार-बार लाइट जाने से भड़के अभियंता

इस दौरान अधिकारियों के साथ कोटा से आए संभागीय अभियंता छेमराज सिंह ने भी शिरकत की. छेमराज सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इस विद्युत ट्रिपिंग की वजह से ही आमजन व उपभोक्ताओं का विद्युत निगम से भरोसा उठता जा रहा है. उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों की नब्ज टटोली. इस दौरान कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य था कि उपभोक्ताओं को पूरी बिजली मिले और बिजली के मिलने के साथ-साथ पूरी वसूली और पूरी बिलिंग हो यह भी सुनिश्चित हो.

अधिकारियों ने अपनी बात उच्च अधिकारियों को बताई. इस मौके पर संभागीय अभियंता द्वारा समस्याओं का निस्तारण किया गया. वहीं इस कार्यशाला में बार-बार विद्युत जाने से कोटा संभागीय अभियंता छेमराज सिंह ने नाराजगी जताई और कहा कि इस तरीके से बार-बार कार्यक्रम में विद्युत बंद होना कहीं ना कहीं अधिकारियों की बड़ी लापरवाही है. कार्यशाला में बार-बार विद्युत जाने की वजह से कार्यशाला का मजा बिगड़ रहा है.

पढ़ें: ETV भारत Exclusive : बेनीवाल के लिए हो सकती है वर्चस्व की लड़ाई, हमारी तो 3 पीढ़ियां क्षेत्र की सेवा में : हरेंद्र मिर्धा

उन्होंने इस पर बूंदी शहर के सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता को फटकार लगाते हुए कहा कि समस्या का समाधान करने से पहले समस्या का पता होना जरूरी है और उसका समाधान समय रहते करना भी जरूरी है. लेकिन यह हो नहीं पा रहा है. जब मामले की तह तक पहुंचा गया तो पता चला कि इलाके की बिजली 3 किलोमीटर दूर से आती है, जबकि पास ही में ही छत्रपुरा स्थित जीएसएस स्थित है, फिर भी इस इलाके की बिजली 3 किलोमीटर दूर से आती है. इस पर उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही बताई.

उन्होंने कहा कि इस समस्या को आज ही देखा गया है और जल्द से जल्द उन्होंने फीडर को नैनवा रोड से बंद कर छत्रपुरा से शुरू करने की निर्देश, अधिकारियों को दिए हैं. उन्होंने कहा कि विद्युत निगम एक ऐसी संस्था है जिसे जनता से जुड़ाव होना होता है. जहां पर पहले उपभोक्ता को बिजली दी जाती है फिर उसी उपभोक्ता से वसूली भी की जाती है. ऐसे में कहीं ना कहीं जनता के बीच में रहकर जनता का कार्य करना है तो उनकी समस्याओं पर ध्यान देना होगा. समस्याओं के निस्तारण करने और विद्युत व्यवस्था को सुचारू करने के लिए उन्होंने निर्देश दिए.

बूंदी. जिले में शनिवार को विद्युत निगम की कार्यशाला के दौरान पूरी बिजली, पूरी बिलिंग और वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया गया. कार्यशाला में जिलेभर से आए विद्युत निगम के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान कार्यशाला में बार-बार बिजली जाने से निगम की विद्युत नीति पर सवालिया निशान खड़े होते हुए नजर आए.

कार्यशाला में बार-बार लाइट जाने से भड़के अभियंता

इस दौरान अधिकारियों के साथ कोटा से आए संभागीय अभियंता छेमराज सिंह ने भी शिरकत की. छेमराज सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इस विद्युत ट्रिपिंग की वजह से ही आमजन व उपभोक्ताओं का विद्युत निगम से भरोसा उठता जा रहा है. उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों की नब्ज टटोली. इस दौरान कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य था कि उपभोक्ताओं को पूरी बिजली मिले और बिजली के मिलने के साथ-साथ पूरी वसूली और पूरी बिलिंग हो यह भी सुनिश्चित हो.

अधिकारियों ने अपनी बात उच्च अधिकारियों को बताई. इस मौके पर संभागीय अभियंता द्वारा समस्याओं का निस्तारण किया गया. वहीं इस कार्यशाला में बार-बार विद्युत जाने से कोटा संभागीय अभियंता छेमराज सिंह ने नाराजगी जताई और कहा कि इस तरीके से बार-बार कार्यक्रम में विद्युत बंद होना कहीं ना कहीं अधिकारियों की बड़ी लापरवाही है. कार्यशाला में बार-बार विद्युत जाने की वजह से कार्यशाला का मजा बिगड़ रहा है.

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उन्होंने इस पर बूंदी शहर के सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता को फटकार लगाते हुए कहा कि समस्या का समाधान करने से पहले समस्या का पता होना जरूरी है और उसका समाधान समय रहते करना भी जरूरी है. लेकिन यह हो नहीं पा रहा है. जब मामले की तह तक पहुंचा गया तो पता चला कि इलाके की बिजली 3 किलोमीटर दूर से आती है, जबकि पास ही में ही छत्रपुरा स्थित जीएसएस स्थित है, फिर भी इस इलाके की बिजली 3 किलोमीटर दूर से आती है. इस पर उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही बताई.

उन्होंने कहा कि इस समस्या को आज ही देखा गया है और जल्द से जल्द उन्होंने फीडर को नैनवा रोड से बंद कर छत्रपुरा से शुरू करने की निर्देश, अधिकारियों को दिए हैं. उन्होंने कहा कि विद्युत निगम एक ऐसी संस्था है जिसे जनता से जुड़ाव होना होता है. जहां पर पहले उपभोक्ता को बिजली दी जाती है फिर उसी उपभोक्ता से वसूली भी की जाती है. ऐसे में कहीं ना कहीं जनता के बीच में रहकर जनता का कार्य करना है तो उनकी समस्याओं पर ध्यान देना होगा. समस्याओं के निस्तारण करने और विद्युत व्यवस्था को सुचारू करने के लिए उन्होंने निर्देश दिए.

Intro:बूंदी विद्युत विभाग की कार्यशाला आयोजित हुई जिसमें पूरी बिजली ,पूरी बिलिंग वह वसूली का लक्ष्य इस कार्यशाला में रखा गया । कार्यशाला में जिले भर से आए विद्युत विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान कार्यशाला में बार-बार विद्युत जाने से विद्युत विभाग की विद्युत नीति पर कहीं ना कहीं सवालिया निशान खड़े होते हुए नजर आए । इस पर संभागीय अभियंता छेमराज सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इस विद्युत ट्रिपिंग की वजह से ही आमजन का वह उपभोक्ताओं का विद्युत विभाग से भरोसा उठता जा रहा है क्योंकि समस्या का समाधान हो ही नहीं रहा यह जागरूकता की बात है जागरूकता हो नहीं रही तो इस तरह की की समस्या सामने आ रही है ।


Body:बूंदी में विद्युत विभाग की कार्यशाला आयोजित हुई जिसमें जिले भर से आए विद्युत कर्मचारियों अधिकारियों ने भाग लिया । वहीं कोटा से आए संभागीय अभियंता छेमराज सिंह ने शिरकत की और अधिकारियों और कर्मचारियों की नब्ज टटोली तथा फील्ड में किस तरीके से उन्हें परेशानी आती है इसके बारे में बेझिजक उनसे वार्ता की । इस दौरान कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य था कि उपभोक्ताओं को पूरी बिजली मिले और बिजली के साथ पूरी वसूली हो और पूरी बिलिंग हो इस लक्ष्य पर यह कार्यशाला आयोजित की गई । जहां पर अधिकारियों ने अपनी बात उच्च अधिकारियों को बताई इस पर मौके पर संभागीय अभियंता द्वारा समस्याओं का निस्तारण किया गया। वही इस कार्यशाला में बार-बार विद्युत जाने से कोटा संभागीय अभियंता छेमराज सिंह ने नाराजगी जताई और कहा कि इस तरीके से बार-बार कार्यक्रम में विद्युत बंद होना कही ना कही अधिकारियों की बड़ी लापरवाही है वह इस कार्यशाला में बार बार विद्युत जाने की वजह से कार्यशाला का मजा बिगड़ रहा है साथ ही जनरेटर कि यहां पर व्यवस्था कर ली जाती तो इस तरीके की दिक्कत नहीं आती । उन्होंने इस पर बूंदी शहर के सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता को फटकार लगाते हुए कहा कि समस्या का समाधान करने से पहले समस्या का पता होना जरूरी है और उसका समाधान समय रहते करना भी जरूरी है लेकिन यह हो नहीं पा रहा है उन्होंने इस इलाके की जानकारी ली तो उन्हें पता चला कि इस इलाके की बिजली 3 किलोमीटर दूर से आती है जबकि पास ही में ही छत्रपुरा स्थित जीएसएस स्थित है यानी आधा किलोमीटर दूर ही जीएसएस स्थित है । लेकिन इस इलाके की बिजली 3 किलोमीटर दूर से आती है इस पर उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही बताते हुए कहा कि जब पास ही में ही जीएसएस स्थित है तो इतनी दूर से क्यों बिजली इस इलाके में सप्लाई करवाई जा रही है । जबकि इस इलाके में काफी मैरिज हॉल भी है 3 किलोमीटर बिजली दूर से आने की वजह से कई बार डाउनफॉल विद्युत में आता है और डाउन वोल्टेज हाई वोल्टेज इस दौरान देखने को मिलता है । उन्होंने कहा कि मैंने इस समस्या को आज ही देखा है और जल्द से जल्द उन्होंने फीडर को नैनवा रोड से बंद कर छत्रपुरा से शुरू करने की निर्देश अधिकारियों को दिए हैं ।


Conclusion:आपको बता दें कि कोटा रोड पर स्थित मैरिज हॉल में यह कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा था जहां पर बार-बार विद्युत सप्लाई बंद होने के चलते कोटा संभाग के अभियंता बूंदी अधिकारियों पर भड़क गए और उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इन्हीं लापरवाही के चलते उपभोक्ता विद्युत विभाग पर विश्वास नहीं कर पाता जब विभाग जनता से उसी बिजली के पूरे पैसे लेता है तो उसे सुविधा पूरा नहीं नहीं पाता तो कही ना कही जनता में आक्रोश रहता है । उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग एक ऐसी संस्था है जिसे जनता से जुड़ाव होना होता है जहां पर पहले उपभोक्ता को बिजली दी जाती है फिर उसी उपभोक्ता से वसूली भी की जाती है तो कहीं ना कहीं जनता के बीच में रहकर जनता का कार्य करना है तो उनकी समस्याओं पर ध्यान देना होगा । उन्होंने कहा कि आज के दौर में जिस तरीके से ट्रांसफार्मर व ट्रांसफार्मर जलने की घटनाओं के सामने आने के बाद जल्द से जल्द ट्रांसफॉर्मर को भी चेंज करवाया जा रहा है उसकी भुगतान की राशि को भी काफी कम कर दिया गया है ताकि आमजन को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े । साथ ही उन्होंने कहा कि बूंदी में इस लापरवाही के बाद जल्द से जल्द समस्याओं के निस्तारण करने और विद्युत व्यवस्था सुचारु करने कि उन्होंने निर्देश दिए ।

बाईट - छेमराज सिंह , मुख्य अभियंता ,कोटा संभाग
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