नैनवां (बूंदी). जिले के नैनवां उपखंड क्षेत्र में पीपल्या के ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे-34 पर सोमवार की सुबह सड़क निर्माण को लेकर जाम लगा दिया. जाम लगने की सूचना पर मौके पर पहुंची देई थाना पुलिस ने ग्रामीणों से समझाइश करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण अपने मांग पर अड़े रहे. वहीं, ग्रामीणों की ओर से किए जा रहे इस प्रदर्शन से हाईवे के दोनों साइड वाहनों की लंबी कतारें लग गई.
इस दौरान ग्रामीणों की ओर से मांग की गई कि अगर प्रशासन उन्हें लिखित में आदेश देता है, तभी वे समझाइश करेंगे. इसके बाद नैनवां उपखंड अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, सर्वाजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे, लेकिन फिर भी ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे. इसके बाद ग्रामीणों की ओर से स्टेट हाईवे-34 पर जैतपुर से खटकड़ तक की सड़क खराब होने को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया.
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बता दें कि सड़क पर झींकरा डालने से आवागमन के समय रोजाना कई वाहन फंस जाते है, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद निकाले जाते है. ग्रामीणों का कहना है कि पीपल्या से खटकड़ तक की करीब 18 किलोमीटर सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है. इस सड़क पर कई बार हादसे भी हो चुके है, जिसके बाद भी प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
बीच सड़क पर जाम लगाकर धरने पर बैठी विधायक
ग्रामीणों के जाम लगाने की सूचना पर केशवरायपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल भी पिपल्या गांव पहुची, जहां ग्रामीणों ने विधायक से भी सड़क निर्माण करवाने की मांग की. इस पर विधायक का कहना था कि वह कई बार सरकार के सामने सड़क निर्माण की मांग रख चुकी हैं. लेकिन फिर भी सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
वहीं, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि इस सड़क की फाइल दो बार स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है, लेकिन हर बार वन विभाग की अड़चन के चलते स्वीकृति नहीं दी जा रही है. वहीं, विधायक का कहना था कि जब मुकंदरा टाईगर रिजर्व में हाईवे बन सकता है तो फिर जैतपुर से खटकड़ तक की 18 किलोमीटर सड़क क्यों नहीं बन सकती?