बूंदी. जिले में वीकेंड कर्फ्यू पूरी तरह से लागू है, लेकिन संयुक्त व्यापार संघ ने बूंदी जिला कलेक्टर को राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में मांग की है कि भले ही राज्य सरकार द्वारा वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया गया हो, लेकिन बूंदी में वीकेंड कर्फ्यू के नियमों की धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दे रही है. सरकार ने आवश्यक सेवाओं में फल, सब्जी, किराना, मेडिकल की दुकानों को खोला गया है. इन जगहों पर भारी भीड़ देखी जा रही है. लोग इनके नाम पर बाजारों में टहलने के लिए निकल रहे हैं, जिससे साफ लगता है कि लोगों में कोरोना का भय नहीं है.
संयुक्त व्यापार संघ ने बूंदी जिला कलेक्टर से मांग की है कि प्रशासन ऐसे व्यापार प्रतिष्ठान चिन्हित करें, जो इस तरीके के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं और उनकी दुकानों को बंद करवाया जाए. उन्होंने कहा कि कुछ घंटों का वीकेंड कर्फ्यू लगाया गया है. ऐसी व्यवस्था तो हर घर में होगी कि उसे बाहर नहीं आना पड़े, लेकिन फिर भी लोग बाहर घूम रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि वीकेंड कर्फ्यू को सख्ती से लागू करवाया जाए, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके.
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वहीं संयुक्त व्यापार संघ ने सरकार की गाइडलाइन के नियमों में भी संशोधन करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि सरकार ने नियमों में भेदभाव किया है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए. सरकार सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखें, वीकेंड कर्फ्यू के दौरान कुछ घंटे यदि व्यक्ति बाहर नहीं आएगा तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन सरकार ने कुछ व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति दी है, जबकि कुछ को नहीं. जबकि सभी का अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान है.