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अलविदा 2019 : साल 2019 के बूंदी के 3 हाईप्रोफाइल केस

साल 2019 में बूंदी में तीन मामले काफी चर्चित रहे. जिसमें मंत्री अशोक चांदना से लेकर, अभिनेत्री पायल रोहतगी तक को कोर्ट का सामना करना पड़ा. वहीं पुलिस भी इससे बच नहीं पाई. एक पुलिस वाले का उसकी ही साली ने कत्ल कर दफना दिया.

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साल 2019 के बूंदी के तीन हाई प्रोफाइल मामले
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Published : Dec 30, 2019, 3:23 PM IST

बूंदी. साल 2019 में बूंदी के सभी मामलों में तीन मामले देश-प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्चित रहे.अभिनेत्री और पुलिस भी इससे अछूते नहीं रहे.

साल 2019 के बूंदी के तीन हाई प्रोफाइल मामले

पहला मामला: मंत्री अशोक चांदना पर केस

कांग्रेस सरकार के खेल राज्यमंत्री और हिंडोली विधानसभा के विधायक अशोक चांदना पर भी 2019 में राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज हुआ. दरअसल, मंत्री अशोक चांदना ने 21 फरवरी 2019 को बिजली विभाग के एक इंजीनियर जेपी मीणा को अपनी विधानसभा में बुलाया और उनके साथ दादागिरी कर मारपीट करना शुरू कर दिया. उसके बाद इंजीनियर ने मंत्री की पूरी ऑडियो बना दी और वायरल कर दी. ऐसे में मंत्री भी बीच बचाव में आए और कहा कि ऑडियो फर्जी है. उसते बाद नैनवा थाना में मामला दर्ज हुआ.

यह भी पढ़ें : EXCLUSIVE : प्रियंका को स्कूटी पर ले जाना पड़ा महंगा, धीरज गुर्जर का कटा चालान

दूसरा मामला: अभिनेत्री पायल रोहतगी भी फंसी

दूसरा मामला अभिनेत्री पायल रोहतगी का है, जो एक वीडियो की वजह से जेल में गई. फिल्म अभिनेत्री पायल रोहतगी ने मोतीलाल नेहरु और उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर फेसबुक और ट्विटर पर एक वीडियो डाली थी इस पर बूंदी के युवा नेता चर्मेश शर्मा ने सदर थाना में आईटी एक्ट में मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद 10 अक्टूबर को बूंदी के सदर थाना में मामला दर्ज हुआ.

इस पर 14 दिसंबर को बूंदी पुलिस ने अभिनेत्री को उनके अहमदाबाद आवास से हिरासत में ले लिया और 15 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया. जहां पायल को 24 दिसंबर यानी 8 दिन की जेल में भेज दिया गया. अगले दिन 16 दिसंबर को फिर उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई तो कोर्ट ने उन्हें 25 - 25 हजार की दो इंस्ट्रूमेंट 50 हजार का मुचलका पर जमानत दे दी गई. जेल से छूटने के बाद पायल रोहतगी ने भी अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि राजस्थान में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है.

यह भी पढ़ें : अलविदा 2019 : राजस्थान पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा साल

तीसरा मामला: पुलिस कांस्टेबल का कत्ल

तीसरा मामला पुलिस कांस्टेबल का है. अपनी साली से प्रेम प्रसंग के चक्कर में बूंदी पुलिस में तैनात अभिषेक शर्मा नामक कांस्टेबल उसके चंगुल में आ गया और बूंदी से सवाई माधोपुर जिले उससे मिलना चला गया. जहां साली ने उसके दोस्त के साथ मिलकर कांस्टेबल की बहरेमी से हत्या कर, सवाई माधोपुर के बोली किले में उसे दफना दिया. मामले का खुलासा चार महीने बाद हुआ.

जानकारी के अनुसार 28 अगस्त को अभिषेक शर्मा अपने घर से बूंदी पुलिस में कार्य करने के लिए निकला था, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार ने कोतवाली थाने में अभिषेक शर्मा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिस पर परिवारजनों ने शक जताया था कि उसके रिश्ते में रखने वाली साली श्यामा शर्मा द्वारा उसकी हत्या कर दी गई है.

2019 में अपराधों की दृष्टि से देखा जाए तो मामले बहुत हुए लेकिन यह तीन मामले बहुत ही चर्चित रहे, ना मंत्री बचे, ना अभिनेत्री और ना पुलिस. अब 2020 शुरू होने वाला है ऐसे में सभी की यही कामना है कि बूंदी में शांति रहे.

बूंदी. साल 2019 में बूंदी के सभी मामलों में तीन मामले देश-प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्चित रहे.अभिनेत्री और पुलिस भी इससे अछूते नहीं रहे.

साल 2019 के बूंदी के तीन हाई प्रोफाइल मामले

पहला मामला: मंत्री अशोक चांदना पर केस

कांग्रेस सरकार के खेल राज्यमंत्री और हिंडोली विधानसभा के विधायक अशोक चांदना पर भी 2019 में राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज हुआ. दरअसल, मंत्री अशोक चांदना ने 21 फरवरी 2019 को बिजली विभाग के एक इंजीनियर जेपी मीणा को अपनी विधानसभा में बुलाया और उनके साथ दादागिरी कर मारपीट करना शुरू कर दिया. उसके बाद इंजीनियर ने मंत्री की पूरी ऑडियो बना दी और वायरल कर दी. ऐसे में मंत्री भी बीच बचाव में आए और कहा कि ऑडियो फर्जी है. उसते बाद नैनवा थाना में मामला दर्ज हुआ.

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दूसरा मामला: अभिनेत्री पायल रोहतगी भी फंसी

दूसरा मामला अभिनेत्री पायल रोहतगी का है, जो एक वीडियो की वजह से जेल में गई. फिल्म अभिनेत्री पायल रोहतगी ने मोतीलाल नेहरु और उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर फेसबुक और ट्विटर पर एक वीडियो डाली थी इस पर बूंदी के युवा नेता चर्मेश शर्मा ने सदर थाना में आईटी एक्ट में मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद 10 अक्टूबर को बूंदी के सदर थाना में मामला दर्ज हुआ.

इस पर 14 दिसंबर को बूंदी पुलिस ने अभिनेत्री को उनके अहमदाबाद आवास से हिरासत में ले लिया और 15 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया. जहां पायल को 24 दिसंबर यानी 8 दिन की जेल में भेज दिया गया. अगले दिन 16 दिसंबर को फिर उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई तो कोर्ट ने उन्हें 25 - 25 हजार की दो इंस्ट्रूमेंट 50 हजार का मुचलका पर जमानत दे दी गई. जेल से छूटने के बाद पायल रोहतगी ने भी अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि राजस्थान में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है.

यह भी पढ़ें : अलविदा 2019 : राजस्थान पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा साल

तीसरा मामला: पुलिस कांस्टेबल का कत्ल

तीसरा मामला पुलिस कांस्टेबल का है. अपनी साली से प्रेम प्रसंग के चक्कर में बूंदी पुलिस में तैनात अभिषेक शर्मा नामक कांस्टेबल उसके चंगुल में आ गया और बूंदी से सवाई माधोपुर जिले उससे मिलना चला गया. जहां साली ने उसके दोस्त के साथ मिलकर कांस्टेबल की बहरेमी से हत्या कर, सवाई माधोपुर के बोली किले में उसे दफना दिया. मामले का खुलासा चार महीने बाद हुआ.

जानकारी के अनुसार 28 अगस्त को अभिषेक शर्मा अपने घर से बूंदी पुलिस में कार्य करने के लिए निकला था, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार ने कोतवाली थाने में अभिषेक शर्मा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिस पर परिवारजनों ने शक जताया था कि उसके रिश्ते में रखने वाली साली श्यामा शर्मा द्वारा उसकी हत्या कर दी गई है.

2019 में अपराधों की दृष्टि से देखा जाए तो मामले बहुत हुए लेकिन यह तीन मामले बहुत ही चर्चित रहे, ना मंत्री बचे, ना अभिनेत्री और ना पुलिस. अब 2020 शुरू होने वाला है ऐसे में सभी की यही कामना है कि बूंदी में शांति रहे.

Intro:अलविदा 2019 में बूंदी के हाई प्रोफाइल मामलों की बात की जाए तो पुलिस अभिनेत्री और मंत्री भी इन मामलों में उलझते हुए दिखे । जी हां मंत्री अशोक चांदना ने एक बिजली कर्मचारी को धमकाया उनके साथ मारपीट की तो खुद की विधानसभा में उन्हें राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा चल पड़ा उधर अभिनेत्री पायल रोहतगी को एक वीडियो बनाना भारी पड़ गया और उन्हें 19 घंटे की जेल में रहना पड़ा यही नहीं पुलिस भी अछूती नहीं रही यहां पर साली के प्रेम में साली ने कातिलाना अंदाज में पुलिसकर्मी की हत्या कर उसे दफनाया । यह तीन मामले बूंदी में 2019 में काफी चर्चित रहे ।


Body:बूंदी - 2020 की कुछ ही दिनों में शुरुआत होने वाली है और 2019 में क्या कुछ खास रहा क्या मामले चर्चित रहे इसमें से तीन मामले बूंदी के सबसे ज्यादा पूरे प्रदेश और देश में चर्चित रहे कांग्रेस सरकार के खेल राज्यमंत्री व हिंडोली विधानसभा के विधायक अशोक चांदना के ऊपर भी 2019 में राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज हुआ । हुआ यूं कि मंत्री अशोक चांदना ने 21 फरवरी 2019 को चोरी चुपे बिजली विभाग के एक इंजीनियर जेपी मीणा को अपनी विधानसभा में बुलाया और उनके साथ दादागिरी कर मारपीट करना शुरू कर दिया फिर हुआ क्या बिजली विभाग के इंजीनियर ने मंत्री की पूरी ऑडियो बना दी और वायरल कर दी मामला अभी तक ठंडा था की ऑडियो जैसे ही वायरल हुई और मीडिया के तक पहुंची तो हड़कंप मच गया ऐसे में मंत्री भी बीच बचाव में आए और कहते हुए नजर आए कि वह ऑडियो फर्जी है लेकिन यह बात सब जानते थे कि असल माजरा क्या है। फिर नैनवा थाना में मामला दर्ज हुआ । दूसरा मामला भी चर्चित है अभिनेत्री पायल रोहतगी एक वीडियो के वजह से जेल में गई । फिल्म अभिनेत्री पायल रोहतगी ने मोतीलाल नेहरु और उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी फेसबुक व ट्विटर के माध्यम पर वीडियो डाली थी इस पर बूंदी के युवा नेता चर्मेश शर्मा ने सदर थाना में आईटी एक्ट में मामला दर्ज करवाया था यहां पर 10 अक्टूबर को बूंदी के सदर थाना में मामला दर्ज हुआ इस पर फिल्म अभिनेत्री पायल रोहतगी को बूंदी की पुलिस ने 14 दिसंबर को उनके अहमदाबाद आवास से हिरासत में ले लिया और 15 दिसंबर को बूंदी के कोर्ट में उन्हें पेश किया जहां पर बड़ी सुरक्षा की भी उन्हें 24 दिसंबर यानी 8 दिन की जेल भेज दिया गया अगले दिन 16 दिसंबर को फिर उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई तो कोर्ट ने उन्हें 25 - 25 हजार की दो इंस्ट्रूमेंट 50 हजार का मुचलका पर जमानत दे दी । जेल से छूटने के बाद पायल रोहतगी ने भी अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि राजस्थान में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई की है बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है तीसरा मामला पुलिस तक भी था पुलिस कांस्टेबल भी वारदात से नहीं चूका हुआ यूं कि अपनी साली से प्रेम प्रसंग के चक्कर में बूंदी पुलिस में तैनात अभिषेक शर्मा नामक कांस्टेबल उसके चंगुल में आ गया और अंधे प्यार में पागल पुलिस कांस्टेबल बूंदी से सवाई माधोपुर जिले उससे मिलना चला गया और यहां पर प्रेमी साली ने उसके दोस्त के साथ मिलकर बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक शर्मा की बहरेमी से हत्या कर सवाई माधोपुर जिले के बोली किले में उसे दफना दिया । मामले का खुलासा चार माह बाद हुआ । जानकारी के अनुसार हुआ यूं कि 28 अगस्त को अभिषेक शर्मा अपने घर से बूंदी पुलिस में कार्य करने को लेकर निकला था लेकिन वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार जन्मभूमि के कोतवाली थाने में अभिषेक शर्मा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी जिस पर परिवारजनों शक जताया था कि उसके रिश्ते में रखने वाली साली श्यामा शर्मा द्वारा उसकी हत्या कर दी गई है ।


Conclusion:2019 में अपराधों की दृष्टि से देखा जाए तो मामले बहुत हुए लेकिन यह तीन मामले बहुत ही चर्चित रहे ना मंत्री बचे ना अभिनेत्री ना पुलिस सभी 2019 में चर्चित रहे । अब 2020 शुरू होने वाला है ऐसे में सभी की यही कामना है कि बूंदी में शांति रहे। बाईट - पायल रोहतगी , अभिनेत्री पीटीसी सलीम अली
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