बूंदी. जिला नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक में हंगामा देखा गया. यहां पर नगर परिषद की ओर से सीवरेज, पेयजल आपूर्ति, सड़को में हो रहे गड्ढों से लोगों को परेशानी और नागदी बाजार में हो रहे सड़कों की दुर्दशा सहित अन्य मुद्दों को लेकर बैठक आयोजित हुई थी. यहां पर सभापति महावीर मोदी और आयुक्त कृति कुमावत के नेतृत्व में बैठक का दौर शुरू हुआ जो क्रम से वार्ड वाइज चला. सबसे पहले बारिश से शहर में बिगड़े हुए हालातों को लेकर चर्चा की गई. सभी पार्षदों ने एकराय में जवाब दिया कि जहां-जहां बारिश से तबाही हुई है. उन इलाकों को जल्द राहत पहुंचाई जाए. वहां किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए.
वहीं इस दौरान शहर में सीवरेज को लेकर भी पार्षदों ने जमकर हंगामा कर दिया. उन्होंने कहा कि नई-नई सड़कों को खोदकर सीवरेज डाली जा रही है जिससे बूंदी की सड़कों की दुर्दशा खराब होती जा रही है . इसलिए जल्द से जल्द सीवरेज कार्य संपन्न करवाए जाए और नई नई सड़कों को खोदना बंद किया जाए. इस पर सभापति महावीर मोदी ने पार्षदों का आश्वासन दिया कि जल्द ही सीवरेज का काम हो रहा है. वहीं जब बात जल सप्लाई की आई तो जलदाय विभाग के अधिकारी को बैठक में बुलाने की मांग चली यहां पर जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी दाधीच पहुंचे तो पार्षद पर बिखर गए और उन्होंने हंगामा कर दिया.
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पार्षदों ने सीधा सीधा आरोप लगाया कि जब वह पानी के लिए उन्हें कॉल करते हैं तो उनके कॉल को बिजी कर दिया जाता है. उनका गुस्सा साफ तौर से बैठक में झलक रहा था. लेकिन जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता जेपी दाधीच पार्षदों को संतोष पूर्ण जवाब नहीं दिया गया. तो कुछ पार्षद उनके पास चले गए और उन्हें उठाने की कोशिश की और सदन के बीच में लाने की कोशिश की.
पार्षद लगातार हंगामा कर रहे थे तो अधिकारी अपना जवाब नहीं दे पा रहे थे. विवाद अन्य पार्षदों द्वारा शांत किया गया. वहीं, अधिकारी हंगामा देखते हुए मौके से बैठक छोड़कर चले गए जिससे पार्षदों ने नाराजगी जाहिर की. कुछ पार्षदों ने बैठक में जो एजेंडे तय किए गए हैं उनकी जानकारी नहीं दी गई इस पर आक्रोश जताया. तो एक पार्षद ने बैठक का बहिष्कार कर दिया और वहां से अपनी बात कहते हुए चले गए. वहीं सभापति मोदी और पार्षद मुकेश माधवानी के बीच भी जमकर आरोप-प्रत्यारोप चला. उधर नेता प्रतिपक्ष लोकेश सिंह जादोन और मोदी के बीच भी जमकर विवाद हुआ. यह एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए भी दिखे तो वही महिला पार्षद रुखसाना परवीन और कांग्रेस पार्षद रोहित बैरागी के बीच भी जमकर तीखी नोकझोंक इस दौरान हुई.
रुखसाना परवीन अपनी बात रख रही थी तभी कुछ पार्षदों ने उनका विरोध किया तो रुखसाना परवीन ने अपने दस्तावेजों को जमीन पर फेंक दिया और चूड़ियां उतार कर फेंक दी. यही नहीं हंगामा बढ़ा तो कांग्रेस पार्षद रोहित बैरागी पर निर्दलीय पार्षद रुखसाना परवीन ने पानी की बोतल उठा कर फेंक दी. फिर क्या था पार्षद रोहित बैरागी अपनी सीट से उठकर रुखसाना परवीन के पास चले गए और जमकर हंगामा कर दिया.
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यहां पर जमकर दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई तो पार्षद रुखसाना परवीन ने चप्पल उतार कर मारने की धमकी दी तो रोहित बैरागी ने भी कहा कि आपके पास चप्पल है तो मेरे पास भी जूता. इस दौरान दोनों के बीच जमकर विवाद देखा गया. यहां पर पार्षदों की टोली ने एक दूसरे को मनाया तब जाकर विवाद शांत हुआ. हंगामा बढ़ा तो पार्षद रोहित बैरागी ने सभापति महावीर मोदी से महिला पार्षद को सस्पेंड करने की मांग की और सभापति ने उन्हें सस्पेंड कर दिया.
इस दौरान एक पार्षद ने सभापति महावीर मोदी की चेंबर पर बंद पड़ी विद्युत लाइट को लाकर फेंक दिया और सभापति और पार्षद करण शंकर के बीच जमकर विवाद हुआ. सभापति महावीर मोदी ने इस तरीके से टेबल पर विद्युत लाइट फेके जाने का एतराज जताते हुए कहा कि इस तरीके से बैठक में हंगामा हो न्यूसेंस क्रिएट नहीं कर सकते. इस पर जमकर पार्षद करण शंकर और सभापति के बीच विवाद हुआ तो कुछ पार्षद सभापति के सामने धरना लगाकर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की. सभापति ने काफी समझाइश की लेकिन पार्षद नहीं माने लगातार साधारण सभा की बैठक में हंगामा बढ़ता देख जल्द से जल्द विभिन्न मुद्दों पर बैठक में चर्चा की गई और जिन जिन मुद्दों पर बात होनी थी उन उन मुद्दों पर सहमति बनाकर बैठक को समाप्त किया गया .
आपको बता दें कि बूंदी नगर परिषद में पिछले एक साल से साधारण सभा की बैठक आयोजित नहीं होने के चलते काफी मुद्दे पार्षदों के पास थे और उन्होंने आज बैठक होते ही बोलना शुरू किया तो कई आरोप प्रत्यारोप सभापति पर आकर गिरे तो विवाद होना ही तय हो गया था .