बूंदी. सिस्टम की लाचारी इस तरीके से है कि सरकारी दफ्तरों में अधिकारी नदारद रहने लगे हैं. साथ ही अधिकारियों को किसी का डर नहीं है और बेरोकटोक होकर अधिकारी नदारद नजर आ रहे हैं. दरअसल यह मामला पूरे बूंदी जिले के सरकारी विभागों का है.
जहां इन दिनों राजकीय कार्यालयों में समयबद्ध उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक सुधार विभाग के प्रमुख शासन सचिव के निर्देशानुसार विभाग के राज्य स्तरीय निरीक्षण की ओर से शासन सहायक सचिव के.के.मंगल के नेतृत्व में बूंदी मुख्यालय स्थित विभिन्न राजकीय कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की समयबद्ध उपस्थिति का निरीक्षण किया गया.
जिसमें सरकारी नियमों और अधिकारियों की पोल खोलकर रख दी. निरीक्षण के दौरान बूंदी स्थित कार्यालयों में 58 राजपत्रित अधिकारियों में 22 अधिकारी अनुपस्थित पाए गए. साथ ही 605 अराजपत्रित कर्मचारियों में से 220 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. राजपत्रित अधिकारियों की अनुपस्थिति 37. 93 फीसदी रही.
वहीं, अराजपत्रित कर्मचारियों की अनुपस्थिति 36.36 फीसदी मिली. इसके अलावा अनुपस्थित पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों का डाटा तैयार कर विभाग के प्रमुख शासन सचिव अश्विनि भगत के निर्देशानुसार आवश्यक कार्रवाई करने के लिए संभागीय आयुक्त कोटा और जिला कलेक्टर बूंदी को लिखा जाएगा. निरीक्षण दल में अनुभाग अधिकारी मांगीलाल मीणा, जांच अधिकारी मोहम्मद वकील और राहुल कुमार मीणा शामिल रहे.
तालेड़ा में स्थित कार्यालयों में 43 राजपत्रित अधिकारियों में 19 अधिकारी अनुपस्थित पाए गए. 220 अराजपत्रित कर्मचारियों में से 63 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. साथ ही राजपत्रित अधिकारियों की अनुपस्थिति 44.18 फीसदी रही. वहीं अराजपत्रित कर्मचारियों की अनुपस्थिति 28.63 फीसदी मिली. उधर, प्रशासनिक सुधार के अधिकारियों का शुक्रवार को नैनवा में दौरा किया जा रहा है. यहां पर तहसील भवन सहित विभिन्न सरकारी कार्यालयों में टीम जांच कर रही है. जहां पर कई अधिकारी नदारद मिलते हुए नजर आए हैं.