बूंदी. शहर के पीजी कॉलेज में करीब जिले भर से 6000 से अधिक छात्र अध्ययन करते हैं यहां पर इस सत्र के आवेदन की तिथि 15 जून कोटा यूनिवर्सिटी की ओर से तय की गई थी यहां छात्रों को आवेदन के लिए ऑनलाइन आवेदन करना था लेकिन इस बार परिणाम अच्छा होने के चलते छात्रों की आवेदन संख्या बढ़ी. छात्रों को समय पर मूल निवास और जाति प्रमाण पत्र नहीं मिलने के चलते वह ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाए. ऐसे में 10 से 15 दिनों के बाद नया जाति और मूल निवास प्रमाण पत्र बनने से छात्रों को बूंदी के पीजी कॉलेज में दाखिला नहीं मिल सका, तो वह परेशान हो गए और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो गया.
ऐसे में उन्होंने कई बार प्राचार्य से इस मामले में अवगत करवाया. लेकिन ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया का हिस्सा होने के चलते उन्होंने इस मामले में कोई ध्यान नहीं दिया ऐसे में बूंदी जिले में कई छात्रों का कॉलेज में दाखिला नहीं हो सका. इसी मांग को लेकर एबीवीपी के छात्रों ने बूंदी के पीजी कॉलेज में प्रदर्शन किया और छात्र प्रदर्शन करते हुए कोटा - बूंदी मार्ग पर पहुंच गए, जहां उन्होंने कोटा -बूंदी मार्ग पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया और उच्च शिक्षा मंत्री को कॉलेज प्रशासन खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए. यहां करीब 30 मिनट तक उन्होंने सड़क को जाम रखा वहीं सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची.
जहां पर छात्रों से समझाइश की और प्राचार्य कक्ष में वार्ता की. इसके बाद छात्र माने और प्राचार्य से मिलने पहुंचे जहां पर प्राचार्य को अपनी मांगों से अवगत करवाया लेकिन प्राचार्य ने साफ-साफ छात्रों को कहा कि आयुक्तालय की ओर से हमारे पास कोई भी आवेदन की तिथि बढ़ाने के आदेश नहीं है तो हम कैसे बढ़ा दें. उन्होंने कहा कि जैसे हमारे पास आदेश आएगा तो हम ऑनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ाने की शुरुआत कर देंगे. वही छात्र अपनी मांग पर अड़े हुए हैं उन्होंने कहा है कि अगर 24 घंटों के अंदर ऑनलाइन आवेदन की तिथि नहीं बढ़ी तो वह अपने स्तर पर आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी कॉलेज और जिला प्रशासन की होगी.