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पंचायत राज चुनाव में BJP से निष्कासित हुए ओमेंद्र सिंह हाड़ा का बयान...कहा- अब तक नहीं मिला निष्कासन का लेटर

पंचायत राज चुनाव में बीजेपी से बगावत करने और क्रॉस वोटिंग के आरोप झेल रहे बीजेपी से निष्कासित नेता ओमेंद्र सिंह हाड़ा ने ईटीवी से कहा है कि उन्हें अभी तक निष्कासित करने का कोई लेटर नहीं मिला है. ना ही उन्होंने इस तरीके से कोई पार्टी के साथ बगावत करने का काम किया है. उन्होंने कहा है कि वह सदैव पार्टी के साथ जिम्मेदारी पर काम करते आए हैं.

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भाजपा से निष्कासित ओमेंद्र सिंह हाड़ा का बयान- नहीं मिला निष्कासन पत्र
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Published : Dec 23, 2020, 10:22 PM IST

बूंदी. जिला प्रमुख चुनाव में भाजपा से क्रॉस वोटिंग करवाने और पार्टी के विरोधी प्रत्याशी की मदद करने के आरोप झेल रहे हिंडोली विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी रहे ओमेंद्र सिंह हाड़ा ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के मुझ पर लगाए गए सभी आरोप निराधार है.

भाजपा से निष्कासित ओमेंद्र सिंह हाड़ा का बयान- नहीं मिला निष्कासन पत्र

ओमेंद्र सिंह हाडा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मुझे मेरी विधानसभा की दोनों पंचायत समितियों हिंडोली एवं नैनवां में भाजपा का बोर्ड बनाने एवं भाजपा के प्रधान बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी. जो मैंने पूरी इमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ पूरी की है. जिला परिषद की जिम्मेदारी मेरे पास नहीं थी. मुझे कहा गया था कि मेरी विधानसभा क्षेत्र से जो जिला परिषद सदस्य चुनकर आए हैं उन्हें नीमच लेकर पहुंचे. मैं अपनी विधानसभा के सभी नवनिर्वाचित भाजपा के जिला परिषद सदस्यों को वहां स्वयं छोड़ कर आया था. उसके बाद वहां क्या हुआ मुझे दूरभाष पर बाद में पता चला.

ओमेंद्र हाड़ा ने दी सफाई...

उन्होंने कहा कि जिला प्रमुख एवं प्रधान के चुनाव के 1 दिन पूर्व नो दिसंबर को मैं खुद जिला प्रभारी मानसिंह गुर्जर के साथ हिंडोली और नैनवां पंचायत समिति के चुने गए पंचायत समिति सदस्यों के प्रशिक्षण शिविर में सवाई माधोपुर पहुंचा था. तब से पंचायत चुनाव के जिला प्रभारी मानसिंह गुर्जर के साथ हिंडोली एवं नैनवां पंचायत समिति में भाजपा का प्रधान बनाने में लगा रहा. जिला परिषद में जिला प्रमुख के लिए भाजपा के ही टिकट पर चुनाव लड़ी चंद्रावती कंवर का निर्दलीय के रूप में नामांकन भरने एवं शक्ति सिंह आशावत के प्रस्तावक बनने की खबर दूरभाष पर मिली तब दूरभाष पर शक्ति सिंह आशावत को समझाने का प्रयास भी किया था. लेकिन बात नहीं बन पाई जिसका उन्हें खुद भी खेद है.

पढ़ें- बूंदी में सीआईडी सीबी के डीआईजी सुरेंद्र गुप्ता का दौरा, पुलिस थानों का किया औचक निरीक्षण

भारतीय जनता पार्टी से निष्कासन के सवाल पर ओमेंद्र सिंह हाडा ने कहा कि उन्हें प्रदेश नेतृत्व की ओर से निष्कासन के संबंध में अभी तक कोई पत्र या मेल प्राप्त नहीं हुआ है. ना ही प्रदेश नेतृत्व की ओर से उन्हें दूरभाष पर इस प्रकार की कोई जानकारी दी गई है. ओमेंद्र सिंह हाडा ने अपने समर्थकों एवं भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से संगठन के प्रति पूरी लगन और निष्ठा से काम करते रहने का आह्वान किया है.

गौरतलब है कि हिंडोली विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी रहे ओमेंद्र सिंह हाडा एवं भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष महिपतसिंह हाड़ा के निष्कासन के बाद बूंदी जिले के विभिन्न भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं के निष्कासन रद्द करने की मांग को लेकर प्रदेश नेतृत्व को पत्र भी भेजे हैं. कई पदाधिकारियों ने निष्कासन के विरोध में अपने इस्तीफे भी प्रदेश नेतृत्व को भेजे हैं. वहीं राजपूत समाज विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी भारतीय जनता पार्टी से दोनों ही पदाधिकारियों के निष्कासन को रद्द करने की मांग को लेकर चेतावनी दी है कि यदि भाजपा द्वारा महिपत सिंह हाड़ा एवं ओमेंद्र सिंह हाड़ा का निष्कासन रद्द नहीं किया गया तो आगामी नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा और राजपूत समाज भारतीय जनता पार्टी का बहिष्कार करेगा.

बूंदी. जिला प्रमुख चुनाव में भाजपा से क्रॉस वोटिंग करवाने और पार्टी के विरोधी प्रत्याशी की मदद करने के आरोप झेल रहे हिंडोली विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी रहे ओमेंद्र सिंह हाड़ा ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के मुझ पर लगाए गए सभी आरोप निराधार है.

भाजपा से निष्कासित ओमेंद्र सिंह हाड़ा का बयान- नहीं मिला निष्कासन पत्र

ओमेंद्र सिंह हाडा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मुझे मेरी विधानसभा की दोनों पंचायत समितियों हिंडोली एवं नैनवां में भाजपा का बोर्ड बनाने एवं भाजपा के प्रधान बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी. जो मैंने पूरी इमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ पूरी की है. जिला परिषद की जिम्मेदारी मेरे पास नहीं थी. मुझे कहा गया था कि मेरी विधानसभा क्षेत्र से जो जिला परिषद सदस्य चुनकर आए हैं उन्हें नीमच लेकर पहुंचे. मैं अपनी विधानसभा के सभी नवनिर्वाचित भाजपा के जिला परिषद सदस्यों को वहां स्वयं छोड़ कर आया था. उसके बाद वहां क्या हुआ मुझे दूरभाष पर बाद में पता चला.

ओमेंद्र हाड़ा ने दी सफाई...

उन्होंने कहा कि जिला प्रमुख एवं प्रधान के चुनाव के 1 दिन पूर्व नो दिसंबर को मैं खुद जिला प्रभारी मानसिंह गुर्जर के साथ हिंडोली और नैनवां पंचायत समिति के चुने गए पंचायत समिति सदस्यों के प्रशिक्षण शिविर में सवाई माधोपुर पहुंचा था. तब से पंचायत चुनाव के जिला प्रभारी मानसिंह गुर्जर के साथ हिंडोली एवं नैनवां पंचायत समिति में भाजपा का प्रधान बनाने में लगा रहा. जिला परिषद में जिला प्रमुख के लिए भाजपा के ही टिकट पर चुनाव लड़ी चंद्रावती कंवर का निर्दलीय के रूप में नामांकन भरने एवं शक्ति सिंह आशावत के प्रस्तावक बनने की खबर दूरभाष पर मिली तब दूरभाष पर शक्ति सिंह आशावत को समझाने का प्रयास भी किया था. लेकिन बात नहीं बन पाई जिसका उन्हें खुद भी खेद है.

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भारतीय जनता पार्टी से निष्कासन के सवाल पर ओमेंद्र सिंह हाडा ने कहा कि उन्हें प्रदेश नेतृत्व की ओर से निष्कासन के संबंध में अभी तक कोई पत्र या मेल प्राप्त नहीं हुआ है. ना ही प्रदेश नेतृत्व की ओर से उन्हें दूरभाष पर इस प्रकार की कोई जानकारी दी गई है. ओमेंद्र सिंह हाडा ने अपने समर्थकों एवं भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से संगठन के प्रति पूरी लगन और निष्ठा से काम करते रहने का आह्वान किया है.

गौरतलब है कि हिंडोली विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी रहे ओमेंद्र सिंह हाडा एवं भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष महिपतसिंह हाड़ा के निष्कासन के बाद बूंदी जिले के विभिन्न भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं के निष्कासन रद्द करने की मांग को लेकर प्रदेश नेतृत्व को पत्र भी भेजे हैं. कई पदाधिकारियों ने निष्कासन के विरोध में अपने इस्तीफे भी प्रदेश नेतृत्व को भेजे हैं. वहीं राजपूत समाज विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी भारतीय जनता पार्टी से दोनों ही पदाधिकारियों के निष्कासन को रद्द करने की मांग को लेकर चेतावनी दी है कि यदि भाजपा द्वारा महिपत सिंह हाड़ा एवं ओमेंद्र सिंह हाड़ा का निष्कासन रद्द नहीं किया गया तो आगामी नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा और राजपूत समाज भारतीय जनता पार्टी का बहिष्कार करेगा.

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