बूंदी/कोटा. सावन मास खत्म होने वाला है और पूरे महीने ही भगवान शिव की आराधना अलग-अलग जगह की गई है. इस बीच देशभर से कई अलग-अलग रंग भी देखने को मिले. बुधवार को एक कांवड़ यात्रा (Ashok Chandna Kanwar Yatra) बूंदी जिले में भी निकली, जिसका नेतृत्व युवा एवं खेल मंत्री अशोक चांदना ने किया. चांदना की कांवड़ यात्रा डीजे के साथ (Minister Chandna Kanwar Yatra with DJ) हिंडोली नैनवा से निकली. इसमें उनके साथ सैकड़ों की संख्या में युवा और बच्चे भी शामिल हुए.
वहीं, जून महीने में ही राज्य सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए धार्मिक जुलूस और रैलियों में डीजे बजाने पर पाबंदी (DJ ban in Rajasthan) लगा दी थी. इस संबंध में प्रदेश की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए थे. इसमें कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने पर रोक लगी हुई थी, लेकिन चांदना की कांवड़ यात्रा को इससे छूट (Minister Chandna Kanwar Yatra with DJ) दी गई है. उनकी कांवड़ यात्रा में डीजे भी साथ में चला और धार्मिक गाने व भजन भी बजे.
हालांकि, इस संबंध में बूंदी एसपी जय यादव का कहना है कि अलग-अलग जिले में अलग-अलग स्थिति है. सभी लोगों ने कांवड़ यात्रा बूंदी में निकाली (Kanwar Yatra in Bundi) है. डीजे पर पाबंदी भी सभी जगह पर नहीं है, क्योंकि धारा 144 जिले में नहीं लगी हुई है. दूसरी तरफ, कोटा रेंज आईजी प्रसन्न खमेसरा का कहना है कि डीजे पर बैन लगा हुआ है. जिलों में कलेक्टर की ओर से लागू की गई निषेधाज्ञा भी लागू है. बूंदी के एडीएम करतार सिंह का कहना है कि धारा 144 को मोहर्रम की वजह से हटा दिया है, लेकिन जिले में डीजे पर बैन (Ban on DJ in Bundi) है.
35 किमी पैदल चलेंगे चांदना- गहलोत सरकार के मंत्री अशोक चांदना की कांवड़ यात्रा (Ashok Chandna Kanwar Yatra) श्री दुर्वासा महादेव मंदिर से शुरू हुई है. यह दिनभर में करीब 35 किलोमीटर की दूरी तय कर श्रीरामेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी. जहां पर विशेष अनुष्ठान होंगे. कांवड़ यात्रा का जगह-जगह पर स्वागत और अभिनंदन पुष्प वर्षा से ग्रामीणों ने किया. इसके अलावा कांवड़ यात्रा के बीच में आने वाले गांव और वहां के मंदिरों में भी मंत्री चांदना दर्शन कर धोक लगा रहे हैं. सुबह 10 बजे शुरू हुई कांवड़ यात्रा करीब 15 किलोमीटर की यात्रा अभी तक तय कर चुकी है, जिसमें डाटुंदा चौराहा पर चांदना ने बिजासन माता के धोक लगाई. यहां ग्रामीणों ने फूल बरसाकर स्वागत भी किया.