केशवरायपाटन (बूंदी). कापरेन के अड़ीला में बीते दिनों बेटी के शादी में प्रशासन की ओर से लगाए गए 1 लाख रुपए के जुर्माने के सदमें से पिता की मौत हो गई थी. इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. मुआवजे की मांग को लेकर पंचायत समिति सदस्य देव किशन मीणा, मेघवाल समाज के सम्भागीय अध्यक्ष धन्ना लाल मेघवाल और मृतक का पुत्र दीपक मीणा पानी की टंकी पर चढ़ गए. जिसके बाद मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
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मौके पर कापरेन थाना अधिकारी हरलाल मीणा मय जाप्ते और केशवरायपाटन डीएसपी नितिराज सिंह और तहसीलदार मौके पर पहुंचे. जिसके बाद मौके पर मौजूद परिजनों और जनप्रतिनिधियों से समझाइश का प्रयास करते रहे. परिजन और जनप्रतिनिधि करीब तीन घंटे तक टंकी पर चढ़े रहे. लेकिन कोई बात न बन सकी. करीब तीन घंटे बाद एडिशनल एसपी किशोरीलाल और लाखेरी उपखंड अधिकारी प्रमोद कुमार मोके पर पहुंचे और समझाइश कर जल्द ही मामला मुख्यमंत्री तक भेजने की बात कही. जिसके बाद परिजन टंकी से नीचे उतरे.
बता दें कि अड़ीला गांव में 14 मई को शादी में कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना पर प्रशासन की ओर से बृजमोहन मीणा के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. उसकी बेटी का विवाह था. बृजमोहन मीणा का केशवरायपाटन उपखंड अधिकारी ने एक लाख रुपये का जुर्माना बना दिया. जबकि परिजनों का कहना है कि विवाह आयोजन में सब कुछ नियमों के तहत हो रहा था.
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प्रशासनिक अधिकारियों के यहां पहुंचने के बाद आस-पास के ग्रामीण जमा हो गए, इसी भीड़ का वीडियो बना लिया गया. बृजमोहन को मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी, प्रताड़ित करते हुए चालान बना दिया. उसने अपनी जमीन गिरवी रखकर एक लाख रुपए का इंतजाम किया. बृजमोहन बीमार था वह अपना इलाज भी नहीं करवा पाया. 17 मई को उसने उपखंड कार्यालय में जुर्माने की राशि तो जमा करा दी लेकिन इस सदमे से 20 मई को उसकी मौत हो गई थी.