बूंदी. जिला कलेक्ट्रेट के बाहर पिछले 20 दिनों से पीजी कॉलेज के छात्रावास को खुलवाने की मांग को लेकर बसपा नेता सीता मीणा प्रदर्शन कर रही थी. इसी दौरान सोमवार को बड़ा हंगामा हो गया, जब पुलिस ने सीता मीणा को कोलाहल अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के अनुसार कुछ ग्रामीणों के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट की बाहर वाली सड़क को प्रदर्शनकारियों ने जाम कर दिया और वहां पर बड़े-बड़े ढोल नगाड़ों के साथ प्रदर्शन करने लगे.
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मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने बसपा नेता सीता मीणा सहित दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और कोतवाली थाना में लेकर आ गए. जहां पर सीता मीणा के समर्थक कोतवाली थाना पुलिस पहुंचे और वहां हंगामा शुरू कर दिया. इस पर पुलिस ने उन्हें समझाया और कहा कि पुलिस अपना कार्य कर रही है तो कार्रवाई में कोई दखलंदाजी नहीं करें, इस पर कार्यकर्ता पुलिस की समझाइश से हट गए. लेकिन, कार्यकर्ताओं द्वारा यह मांग की जा रही थी कि उनकी नेता को छोड़ा जाए और उनके कार्यकर्ताओं को भी, लेकिन पुलिस ने नियमों का हवाला देते हुए मामला दर्ज कर लिया जहां सुबह तीनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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बता दें कि पिछले 20 दिनों से बसपा नेता सीता मीणा के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना लगा हुआ है. बसपा नेता की मांग है कि बूंदी के पीजी कॉलेज के छात्रावास को खोला जाए और वहां पर बॉयज छात्रावास खुले. इसी की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना लगाया हुआ है. उसी के तहत आज ढोल नगाड़ों के माध्यम से सीता मीणा प्रदर्शन कर रही थी और नियमों को भूल गई कि वह जिला कलेक्ट्रेट पर ध्वनि प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में प्रशासन ने कार्रवाई की बात कही तो कोतवाली थाना पुलिस ने एक्शन दिखा दिया और सीता मीणा को गिरफ्तार कर लिया.
गौरतलब है कि नियमों के तहत जिला कलेक्ट्रेट के अंदर किसी प्रकार का ध्वनि प्रदूषण नहीं किया जा सकता लेकिन, यहां पर बसपा नेताओं द्वारा प्रदर्शन के दौरान ध्वनि प्रदूषण किया गया और बड़े-बड़े ढोल नगाड़ों को कलेक्ट्रेट में प्रवेश कर गए. जिसके चलते न्यायिक अधिकारी सहित जिला कलेक्टर ने नाराजगी जताई जिस पर कोतवाली थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है.