बूंदी. बारिश नहीं होने पर लोग तरह-तरह के जादू टोटकों से लेकर हर तरह की परंपराएं तक निभाते है. कोई नंगाड़े बजाकर, कोई मेंढ़क-मेंढ़की का ब्याह करवाकर तो कोई हवन और अनुष्ठान करवाकर बारिश की कामना करता है. लेकिन बूंदी जिले के नमाना और रानीपुरा गांव इसलिए बंद रहे ताकि बरसात हो सके.
बूंदी में रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए नमाना कस्बा और रानीपुरा गावं पूरी तरह बंद रहा है. जहां दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. लाडेश्वर महादेव मंदिर परिसर में एकत्रित होकर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर हवन किया गया. जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने मंगलवार रात को ही नमाना कस्बा बंद रखने की घोषणा कर दी थी. जिस पर बुधवार सुबह कस्बे के लोगों ने अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले.
साथ ही गली-गली घूम कर जो प्रतिष्ठान खुले रहे, उन्हें बंद करवाया गया. ग्रामीणों की भारी संख्या में टोली लाडेश्वर महादेव मंदिर परिसर में एकत्रित होकर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर हवन यज्ञ किया गया. इस दौरान भगवान शिव की प्रतिमा सहित मंदिर के अंदर के परिसर को पानी से भरा गया. जिसमें भगवान शिव की प्रतिमा पूरी तरह जलमग्न हो गई. इस दौरान ग्रामीणों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया.
दिन भर मंदिर परिसर में ग्रामीण भजन कीर्तन करते रहे. जानकारी के अनुसार क्षेत्र में लगभग बीस दिनों से बरसात नही होने से किसानों की खेतों में खरीफ की फसले खराब होने लगी है. बीस रोज के अन्तराल में दो दिन पहले नाम मात्र की ही बरसात हुई है. इस समय बरसात के नहीं होने की समस्या को लेकर रानीपुरा के बाशिंदों ने सभी प्रतिष्ठान सुबह से ही बन्द रखे.
इधर, बारिश में बिजली के रखरखाव के चलते डिस्कॉम अघोषित बिजली कटौती कर रहा है. इसके कारण किसानों को धान की फसलों को बचाने के लिए डीजल फूंकना पड़ रहा है. कई किसानों ने तो प्री-मानसून में भरी तलाई, एनिकट और गड्डों में जमा पानी का उपयोग भी फसलों बचाने में कर लिया है.