बूंदी. जिले के राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर शुक्रवार को सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड-19 की अन्य सभी महत्वपूर्ण गाइडलाइन का पालन करते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर से गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच की गई.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सकों की ओर से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच कर उनके गर्भ में पल रहे शिशु और स्वयं की देखभाल के गुण बताते हुए पोषण के बारे में जानकारी दी गई.
वहीं, चिकित्सा संस्थानों पर कोविड-19 की सोशल डिस्टेंस सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा गया. गर्भवती महिलाओं को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव की जानकारी भी दी गई. जांच के दौरान हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें तत्काल उपचारित कर आवश्यक रखरखाव के सुझाव दिए गए. अभियान को सफल बनाने के लिए जिलास्तरीय अधिकारियों सहित सभी ब्लॉक के खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में मनाए गए अभियान की मॉनिटरिंग की.
उन्होंने बताया कि अभियान में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था और प्रसव संबंधी समस्त जानकारी प्रदान की जा रही है. गर्भवती महिलाओं की गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाएं देने के उद्देश्य से सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जाता है. जिससे गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जोखिम को कम करने में मदद मिल सके.