बूंदी. जिले के गेण्डोली थाना क्षेत्र में मूर्ति चोरी होने के शक में 5 लोगों को हिरासत में लिया गया था. जिसमें महावीर भाटिया के व्यक्ति ने गेंडोली थाना पुलिस पर मारपीट और यातना देने का आरोप लगाया था. बता दें कि महावीर भाटिया गेण्डोली इलाके में बजरंग दल का नेता है और उसके खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं. ऐसे में गेण्डोली थाना पुलिस ने महावीर भाटिया को आपराधिक रिकॉर्ड होने के चलते हिरासत में लिया था.
लेकिन महावीर भाटिया ने पूरे मामले का प्रकरण बजरंग दल के नेताओं को बताया तो मामले को राजनीतिक तूल दे दिया गया. ऐसे में बजरंग दल और बीजेपी के नेताओं ने इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए थानाधिकारी निरंजन कुमार मीणा सहित पुलिसकर्मियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और 3 अगस्त को भारी संख्या में गेण्डोली थाने में आंदोलन करने की चेतावनी दी. जिसके बाद कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल ने भी आंदोलन को समर्थन दिया. लेकिन विवाद शांत करने के लिए एसपी ममता गुप्ता ने गेण्डोली थाना अधिकारी और पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर आंदोलन को शांत करने की कोशिश की. लेकिन आंदोलन शांत होता नजर नहीं आ रहा है जिसमें बीजेपी के नेताओं ने कार्रवाई की मांग की है.
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मीणा समाज ने थानाअधिकारी निरंजन कुमार मीणा सहित पांच पुलिसकर्मियों के पक्ष में प्रदर्शन किया है और उनके पक्ष में उतर आए हैं. उनका कहना है कि समाज के एक विशेष अधिकारी को निशाना बनाया जा रहा है और वह अधिकारी जहां भी रहता है राजनीतिक लोग उसके पीछे पड़े रहते है. लेकिन मीणा समाज के लोग चुप नहीं बैठेंगे और इस तरीके के मामलों में गलत राजनीति करने वाले लोगों के खिलाफ आंदोलन करेंगे. उनका कहना है की जिस व्यक्ति ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है उसके खिलाफ खुद कई मामले दर्ज है.
मीणा समाज ने साफ-साफ चेतावनी दी है कि जो राजनीतिक लोग इस मामले में दो वर्गों को आमने सामने करना चाहते हैं साथ ही शांति व्यवस्था को अशांति में तब्दील करने में जुटे हुए हैं उनके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा. उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मामले की जांच कर लेंगे लेकिन राजनीतिक लोग इस मामले में दबाव बनाकर काम करवाना चाहते हैं ऐसा में मीणा समाज चुप नहीं बैठेगा.