बूंदी. राजस्थान में परिवहन विभाग की सड़कों पर अवैध वसूली किसी से छिपी नहीं है. यहां पर परिवहन विभाग के अधिकारी गश्त के नाम पर परिवहन विभाग के नाम को बदनाम करने से पीछे नहीं हटते. ऐसा ही एक वाकया बूंदी से सामने आई है, जहां खुद मंत्री ने परिवहन विभाग की गाड़ी को चौथ वसूली करते पकड़ा है.
दरअसल, राजस्थान में सड़क पर आए दिन परिवहन विभाग की चौथ वसूली की जिले में घटनाएं सामने आती रहती है, लेकिन बूंदी में परिवहन विभाग के अधिकारियों और जवानों को चौथ वसूली भारी पड़ गई. यहां पर हुआ यूं कि प्रदेश के खाद्य मंत्री रमेश मीणा जयपुर से कोटा जा रहे थे. इसी दौरान बूंदी जिले के बल्लोप गांव फोर लाइन पर पहुंचे, जहां पर कोटा परिवहन विभाग की उड़नदस्ता ट्रकों को रुकवा कर अवैध वसूली कर रही थी. यह दृश्य मंत्री रमेश मीणा ने खुद देखा तो हैरान रह गए. ऐसे में मंत्री रमेश मीणा ने खुद गाड़ी रुकवा ली और काफिला रुकते ही परिवहन विभाग की टीम ने हाथ में लिए गए वसूली के पैसों को झाड़ियों में फेंक दिया.
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मंत्री ने यह दृश्य देखा तो खुद झाड़ियों में गए और अवैध वसूली की राशि को उठाकर लेकर आए. वहीं, सबके सामने उन्हें गिना तो राशि ₹8 हजार थी जो विभाग के अधिकारी ट्रकों से अवैध वसूली के रूप में वसूले थे. मौके पर तीन से चार ट्रक खड़े हुए थे, साथ में उनके चालक भी थे. मंत्री के रुके इस काफिले के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. उधर मंत्री मीणा ने अवैध वसूली पर कर्मचारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई, साथ ही उचित कारवाई की बात कही. कार्रवाई का नाम लेते ही अधिकारी, कर्मचारी एक दूसरे की बगले झांकने लगे और अपनी गुनाह की माफी मांगते हुए नजर आए. जिस पर मंत्री साफ मना कर दिया कि राजस्थान में परिवहन विभाग की चौथ वसूली हम नहीं चलने देंगे और लगाम लगाने के लिए प्रदेश सरकार तत्पर है.
उन्होंने कहा कि अगर आज कार्रवाई नहीं हुई तो परिवहन विभाग लगातार सड़क पर वसूली करता रहेगा. उन्होंने ने कहा कि उड़न दस्ते के चंद्र शेखर शर्मा और चालक ने सड़क पर गुंडागर्दी मचा रखा है. यहां सड़कों पर लाठी-डंडों से यह वसूली कर रहे थे. बता दें कि जब कोटा परिवहन विभाग उड़न दस्ते की टीम ने कोटा-बल्लोप फोरलेन पर गश्त की हुई थी तो उस वक्त इंस्पेक्टर चंद्र शेखर गश्त पर थे. वहीं, मौके पर ही उच्च अधिकारी से बात कर इंस्पेक्टर चंद्र शेखर को सस्पेंड कर दिया गया. मंत्री रमेश मीणा ने पूरे मामले को एसीबी से भी जांच करवाने की बात कही है.