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बूंदी: केशोरायपाटन में बाढ़ जैसे हालत, कई बस्तियों में पानी घुसा - रेस्क्यू टीम

बूंदी जिले के केशोरायपाटन क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है. केशोरायपाटन घाट का बराना ,रोटेदा सहित कई कस्बों की बस्तियों में पानी घुस चुका है.

केशोरायपाटन क्षेत्र ,Keshoraipatan area
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Published : Sep 16, 2019, 5:25 AM IST

बूंदी. जिले का हाड़ौती क्षेत्र इन दिनों बाढ़ की चपेट में है. क्षेत्र का हर इलाका पानी से ग्रस्त है. लगातार चम्बल नदी खतरे के निशान पर बह रही है. प्रशासन ने कोटा बैराज के सभी 19 गेटों को खोल दिया है और 7 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. जिसके कारण केशोरायपाटन क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है. केशोरायपाटन ,घाट का बराना , रोटेदा सहित कई कस्बों की बस्तियों में पानी घुस चुका है.

बूंदी जिले का केशोरायपाटन इलाका पानी में डूबा

चम्बल नदी डाउन स्ट्रीम इलाके में उफान पर बह रही है जिससे निचली बस्तियों में बाढ़ के हालात बने हुए है. चम्बल नदी के ऊपरी इलाको में बारिश के कारण गांधी सागर बांध,राणाप्रताप सागर,जवाहर सागर एंव कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से चंबल का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिससे केशोरायपाटन उपखण्ड के रोटेदा की कीर बस्ती,बायपास कॉलोनी और डोलर गांव में कई बस्तियां जलमग्न हो गई हैं.

पढ़ें. कोटा : नदियां उफान पर, कई गांवों का संपर्क टूटा, एसडीआरएफ ने 400 लोगों को किया रेस्क्यू

डोलर में करीब एक दर्जन और कीर बस्ती में दो सौ लोग टापू में फंसे हुए है जिन्हें निकालने के लिए रविवार को सिविल डिफेंस बूंदी की टीम पहुंची. पानी का बहाव देख टीम ने संसाधनों की कमी बताकर रेस्क्यू से इनकार कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि नदी का जलस्तर पिछले आठ दिनों से बढ़ रहा था फिर भी प्रशासन कोई सख्ती नहीं दिखाई गई. रविवार को जब बस्ती जलमग्न हुई तो ग्रामीणों ने रोष जताकर लोकसभा अध्यक्ष को मामले से अवगत करवाया. इस दौरान अधिकारी गांवो में दौड़ते नजर आए.

बात करें डोलर क्षेत्र की तो वहां रेस्क्यू टीम ने ऑपरेशन चलाकर आठ लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. वहीं, रोटेदा कीर बस्ती में रात्रि को रेस्क्यू किया गया लेकिन अंधेरा होने से एंव बोट पंचर होने से दस लोगों को ही निकाला जा सका. क्षेत्र के विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल ने भी वहां का जायजा लिया है और लोगों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया है.

पढ़ें. राजस्थान पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, 35 ASP के हुए तबादले

इस घटना के कारण नदी की तरफ बसी कीर बस्तियों मे रात से ही पानी भरना शुरू हो गया. जिसके कारण कई कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गये. इस दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच संदीप जैन और ग्राम विकास अधिकारी कमलाशंकर मीणा ने बस्ती के लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा.

बूंदी. जिले का हाड़ौती क्षेत्र इन दिनों बाढ़ की चपेट में है. क्षेत्र का हर इलाका पानी से ग्रस्त है. लगातार चम्बल नदी खतरे के निशान पर बह रही है. प्रशासन ने कोटा बैराज के सभी 19 गेटों को खोल दिया है और 7 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. जिसके कारण केशोरायपाटन क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है. केशोरायपाटन ,घाट का बराना , रोटेदा सहित कई कस्बों की बस्तियों में पानी घुस चुका है.

बूंदी जिले का केशोरायपाटन इलाका पानी में डूबा

चम्बल नदी डाउन स्ट्रीम इलाके में उफान पर बह रही है जिससे निचली बस्तियों में बाढ़ के हालात बने हुए है. चम्बल नदी के ऊपरी इलाको में बारिश के कारण गांधी सागर बांध,राणाप्रताप सागर,जवाहर सागर एंव कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से चंबल का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिससे केशोरायपाटन उपखण्ड के रोटेदा की कीर बस्ती,बायपास कॉलोनी और डोलर गांव में कई बस्तियां जलमग्न हो गई हैं.

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डोलर में करीब एक दर्जन और कीर बस्ती में दो सौ लोग टापू में फंसे हुए है जिन्हें निकालने के लिए रविवार को सिविल डिफेंस बूंदी की टीम पहुंची. पानी का बहाव देख टीम ने संसाधनों की कमी बताकर रेस्क्यू से इनकार कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि नदी का जलस्तर पिछले आठ दिनों से बढ़ रहा था फिर भी प्रशासन कोई सख्ती नहीं दिखाई गई. रविवार को जब बस्ती जलमग्न हुई तो ग्रामीणों ने रोष जताकर लोकसभा अध्यक्ष को मामले से अवगत करवाया. इस दौरान अधिकारी गांवो में दौड़ते नजर आए.

बात करें डोलर क्षेत्र की तो वहां रेस्क्यू टीम ने ऑपरेशन चलाकर आठ लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. वहीं, रोटेदा कीर बस्ती में रात्रि को रेस्क्यू किया गया लेकिन अंधेरा होने से एंव बोट पंचर होने से दस लोगों को ही निकाला जा सका. क्षेत्र के विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल ने भी वहां का जायजा लिया है और लोगों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया है.

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इस घटना के कारण नदी की तरफ बसी कीर बस्तियों मे रात से ही पानी भरना शुरू हो गया. जिसके कारण कई कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गये. इस दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच संदीप जैन और ग्राम विकास अधिकारी कमलाशंकर मीणा ने बस्ती के लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा.

Intro:हाड़ौती क्षेत्र इन दिनों पूरा बाढ़ की चपेट में है ऐसा कोई सा इलाका नही है जो पानी से ग्रस्त ना हो । लगातार चम्बल नदी खतरे के निशान पर बह रही है । प्रशासन ने कोटा बैराज के सभी 19 गेटो को खोल दिया है और 7 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है । इस उफान के चलते केशवरायपाटन क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है । केशवरायपाटन ,घाट का बराना , रोटेदा सहित कई कस्बो की बस्तियों में पानी घुस चुका है ।Body:बूंदी । चम्बल नदी डाउन स्ट्रीम इलाके में उफान पर बह रही है।जिससे निचली बस्तियों में बाढ़ के हालात बने हुए है।चम्बल नदी के ऊपरी इलाको में बारिश के कारण गांधी सागर बांध,राणाप्रताप सागर,जवाहर सागर एंव कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से चंबल का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।जिससे केशवराय पाटन उपखण्ड के रोटेदा की कीर बस्ती,बायपास कॉलोनी व डोलर गांव में कही बस्तियां जलमग्न हो गई।वही डोलर में करीब एक दर्जन व कीर बस्ती में दो सौ लोग टापू में फंसे हुए है।जिन्हें निकालने के लिए रविवार को सिविल डिफेंस बूंदी की टीम पहुँची।परन्तु पानी का बहाव देख टीम ने संसाधनों की कमी बताकर रेस्क्यू से इनकार कर दिया।ग्रामीणों ने बताया कि नदी का जलस्तर पिछले आठ दिनों से बढ़ रहा था।फिर भी प्रशासन कतई सख्त नही था।रविवार को जब बस्ती जलमग्न हुई तो ग्रामीणों ने रोष जताकर लोकसभा अध्यक्ष को मामले से अवगत करवा दिया।तो अधिकारी गांवो में दौड़ते नजर आए।डोलर में रेस्क्यू टीम ने ऑपरेशन चला आठ लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुचाया।वही रोटेदा कीर बस्ती में रात्रि को रेस्क्यू किया परन्तु अंधेरा होने से एंव बोट पंचर होने से दस लोगो को ही निकाला जा सका।इस लिए ऑफ़रेशन बाधित हो गया।अब सुबह रेस्क्यू कर लोगो को निकाला जाएगा।बाढ़ ग्रसित क्षेत्र का विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल ने भी जायजा लिया और लोगो को हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया।
Conclusion:कोटा बैराज व गांधी सागर सहित चारो बांधो से की जा रही भारी पानी की निकासी से चम्बल के डाउन स्ट्रीम में घाट का बराना के समीप निकल रही चम्बल नदी उफान पर आ गयी। जिससे नदी कि तरफ बसी कीर बस्तियों मे रात से ही पानी भरना शुरू हो गया। जिससे कई कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गये वही ग्राम पंचायत के सरपंच संदीप जैन व ग्राम विकास अधिकारी कमलाशंकर मीणा ने बस्ती के लोगो को आवश्यक सामान सहित टेक्टर ट्राॅलीयो मे सामानों को भर कर विधालय व ग्राम पंचायत आदि सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया।वही क्षेत्रीय विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। उधर कल 16 सितम्बर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी केशवरायपाटन क्षेत्र का दौर कर सकते है ।

बाईट - दुर्गलाल मीणा , उपखण्ड अधिकारी , केशवरायपाटन
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