केशवरायपाटन (बूंदी). क्षेत्र के लाखेरी में बुधवार को हुए हादसे के कारणों की जांच करने गुरुवार को एफएसएल और परिवहन विभाग की टीम पुलिया पर पहुंची. टीम में शामिल जयपुर से एडिशनल कमिश्नर सहित सहायक आयुक्त महेंद्र खींची, जॉइंट कमिश्नर धर्मेंद्र कुमार, कोटा की परिवहन अधिकारी कुसुम और बूंदी के परिवहन अधिकारी सुधीर बंसल ने बस के फिटनेस और बीमा सम्बंधित कागजातों और मैकेनिकल जांच की. जो जांच में सही पाए गए. वहीं एफएसएल की टीम ने घटना स्थल की गहनता से जांच की. जिसकी रिपोर्ट सरकार को पेश करेंगे.
बुधवार सुबह लाखेरी थाना क्षेत्र के पापड़ी-नयागांव के बीच मेज नदी में मिनी बस अनियंत्रित होकर गिरी थी. मरने वालों में बूंदी, कोटा और बारां के लोग थे. हादसे के बाद से ही समूची हाड़ौती मानों सहम सी गई है. लाखेरी बस हादसे में मारे गए 24 लोगों की मौत की खबर सुनकर शुरू हुई सिसकियां दूसरे दिन गुरुवार को भी नहीं थमी. परिजनों का दूसरे दिन भी रो-रोकर बुरा हाल रहा. सभी बस में सवार होकर सवाई माधोपुर बेटी के घर मायरा पहनाने जा रहे थे. तभी यह हादसा हुआ. हादसे में 5 लोग घायल हुए हैं, जिनका कोटा के महाराव भीमसिंह चिकित्सालय में उपचार जारी है.
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चश्मदीदों ने बताया कि गियर फंसने के बाद बस का स्टेयरिंग फेल हो गया जिस कारण ये हादसा हुआ. बस रॉन्ग साइड से आकर सीधे नदी में गिर गई थी. पुलिया के नीचे पानी अधिक होने से बस नदी में समा गई थी. इधर मृतकों के प्रति शोक संवेदनाओं का क्रम दूसरे दिन भी जारी है.