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नारकोटिक्स विभाग की 'नकली टीम' का कारनामा, फर्जी अफसर बनकर की तीन लाख की ठगी...4 आरोपी गिरफ्तार

नारकोटिक्स विभाग के अफसर बनकर ठगी करने के आरोप में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने एक कारोबारी से भी 3 लाख की ठगी की थी. शिकायत पर आरोपियों को जाल बिछाकर पुलिस ने पकड़ लिया.

नारकोटिक्स विभाग की 'नकली टीम' का कारनामा
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Published : Jul 17, 2021, 8:53 PM IST

Updated : Jul 17, 2021, 10:40 PM IST

बूंदी. जिले की कोतवाली थाना पुलिस व डीएसपी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नारकोटिक्स विभाग की नकली टीम का खुलासा किया है. मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में एक नारकोटिक्स विभाग का अफसर भी संदेह के घेरे में है. शक है कि उस अफसर की ही शह पर आरोपी यह गिरोह चला रहे थे. आरोपियो से पूछताछ चल रही है.

बूंदी पुलिस ने एक गिरोह का खुलासा किया है जो नकली नारकोटिक्स टीम बनकर लोगों को ठगते थे. यही नहीं आरोपी नकली वर्दी पहनकर सीआई और डिप्टी बनकर लोगों को घर से भी उठा ले जाते थे और मारपीट कर उनसे अवैध वसूली करते थे. इस पुरे मामले में बूंदी पुलिस ने जाल बिछाकर गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

नारकोटिक्स विभाग की 'नकली टीम' का कारनामा

पढ़ें: बॉर्डर एरिया में हेरोइन तस्करी का मामला: SOG ने तस्कर को कोर्ट में किया पेश, भेजा जेल

पूछताछ में खुलासा हुआ है की इस पूरे मामले में नारकोटिक्स विभाग का एक अफसर भी शामिल है जिसपर जल्द ही शिकंजा कसा जाएगा. शहर के सिलोर पुलिया के नीचे पान की दुकान लगाने वाले राजीव गांधी कॉलोनी निवासी मोहनलाल गुर्जर की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बताकर 2 लाख 96 हजार रुपये ठगने के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

सहायक पुलिस अधीक्षक कुंदर कांवरिया ने बताया कि पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा के नेतृत्व में कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि मोहनलाल गुर्जर ने 16 जुलाई को परिवाद दिया था कि मण्डाना हाल निवासी बूंदी तौसीफ ने उसे 25 जून 2021 को फोन करके बाई पास रोड गुरूद्वारे के पास रात में बुलाया था. उसी समय एक सफेद रंग की बोलेरो, एक ब्लेक कार व 2 बाइक वहां आकर रुकी. कार से उतरे 7-8 लोगों ने अपने आप को नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी व कर्मचारी बताया. इनमें से 1-2 कर्मचारियों ने वर्दी पहन रखी थी.

पढ़ें: लुटेरा दूल्हा: खुद से 28 वर्ष बड़ी महिला से बलात्कार फिर शादी, अब दूसरी शादी के लिए गहने-रुपए लेकर फरार

उन्होंने मोहनलाल से रूपयों की मांग की. रुपए नहीं होने पर हैंगिंग ब्रिज पर ले जाकर लटका दिया. वहां महावीर के परिजन आए और 1 लाख 60 हजार रुपए दिए. साथ ही अन्य माध्यम से 1 लाख 36 हजार रुपए की और अवैध वसूली कर ली. मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने मामले में 4 जनों को गिरफ्तार किया है. जिनमें रोहित कुमार, प्रवीण झांवा भवानीमण्डी निवासी है और अनंतपुरा निवासी दो भाई इमरान, अकरम शामिल हैं. एक अन्य संदिग्ध से भी पूछताछ जारी है.

सूत्रों की मानें तो पूरे मामले में नारकोटिक्स विभाग के सीआई की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. जांच में नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी संदेह के दायरे में आ रहे हैं. परिवाद देने वाले मोहनलाल का कहना था कि लोगों ने अधिकारियों की वर्दी पहन रखी थी और तीन स्टार लगे हुए थे. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.

बूंदी. जिले की कोतवाली थाना पुलिस व डीएसपी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नारकोटिक्स विभाग की नकली टीम का खुलासा किया है. मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में एक नारकोटिक्स विभाग का अफसर भी संदेह के घेरे में है. शक है कि उस अफसर की ही शह पर आरोपी यह गिरोह चला रहे थे. आरोपियो से पूछताछ चल रही है.

बूंदी पुलिस ने एक गिरोह का खुलासा किया है जो नकली नारकोटिक्स टीम बनकर लोगों को ठगते थे. यही नहीं आरोपी नकली वर्दी पहनकर सीआई और डिप्टी बनकर लोगों को घर से भी उठा ले जाते थे और मारपीट कर उनसे अवैध वसूली करते थे. इस पुरे मामले में बूंदी पुलिस ने जाल बिछाकर गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

नारकोटिक्स विभाग की 'नकली टीम' का कारनामा

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पूछताछ में खुलासा हुआ है की इस पूरे मामले में नारकोटिक्स विभाग का एक अफसर भी शामिल है जिसपर जल्द ही शिकंजा कसा जाएगा. शहर के सिलोर पुलिया के नीचे पान की दुकान लगाने वाले राजीव गांधी कॉलोनी निवासी मोहनलाल गुर्जर की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बताकर 2 लाख 96 हजार रुपये ठगने के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

सहायक पुलिस अधीक्षक कुंदर कांवरिया ने बताया कि पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा के नेतृत्व में कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि मोहनलाल गुर्जर ने 16 जुलाई को परिवाद दिया था कि मण्डाना हाल निवासी बूंदी तौसीफ ने उसे 25 जून 2021 को फोन करके बाई पास रोड गुरूद्वारे के पास रात में बुलाया था. उसी समय एक सफेद रंग की बोलेरो, एक ब्लेक कार व 2 बाइक वहां आकर रुकी. कार से उतरे 7-8 लोगों ने अपने आप को नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी व कर्मचारी बताया. इनमें से 1-2 कर्मचारियों ने वर्दी पहन रखी थी.

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उन्होंने मोहनलाल से रूपयों की मांग की. रुपए नहीं होने पर हैंगिंग ब्रिज पर ले जाकर लटका दिया. वहां महावीर के परिजन आए और 1 लाख 60 हजार रुपए दिए. साथ ही अन्य माध्यम से 1 लाख 36 हजार रुपए की और अवैध वसूली कर ली. मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने मामले में 4 जनों को गिरफ्तार किया है. जिनमें रोहित कुमार, प्रवीण झांवा भवानीमण्डी निवासी है और अनंतपुरा निवासी दो भाई इमरान, अकरम शामिल हैं. एक अन्य संदिग्ध से भी पूछताछ जारी है.

सूत्रों की मानें तो पूरे मामले में नारकोटिक्स विभाग के सीआई की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. जांच में नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी संदेह के दायरे में आ रहे हैं. परिवाद देने वाले मोहनलाल का कहना था कि लोगों ने अधिकारियों की वर्दी पहन रखी थी और तीन स्टार लगे हुए थे. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.

Last Updated : Jul 17, 2021, 10:40 PM IST
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