बूंदी. जिले में हिण्डोली क्षेत्र की एक महिला द्वारा वकील अनील गुर्जर के विरुद्व दुष्कर्म के आरोप लगाते हुए महिला थाने में मुकदमा दर्ज करवाए जाने के बाद वकील के समर्थन में आई हिण्डोली पंचायत समिति की पूर्व प्रधान ममता गुर्जर ने आज प्रेसवार्ता कर महिला द्वारा उनके पति पर लगाये गये दुष्कर्म के आरोपों को झुंठा और बेबुनियाद बताया है. इस दोरान पूर्व प्रधान ममता गुर्जर ने आरोप लगाने वाली महिला के चरित्र पर सवाल उठाते हुए उसके द्वारा पूर्व में भी दो लोगो के विरुद्व दुष्कर्म के आरोप लगाये जाने की बात कहते हुए, पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित बताया.
साथ ही में उन्होने बताया कि उनके द्वारा हिण्डोली पंचायत समिति में प्रधान रहते समय मंनरेगा में 90 लाख का भ्रष्टाचार उजागर किया था, जिसमें तत्कालिन विकास अधिकारी सहित 70 कार्मिक शामिल थे. इस दोरान उक्त भ्रष्टाचारियों को बचाने के प्रयासों में जुटे हिण्डोली के एक स्थानिय नेता के निशाने पर आ गई थी, जिसके चलते उक्त नेता द्वारा उनके पति के विरुद्व षड्यंत्र रच कर फंसाया जा रहा है, जिसमें पुलिस उक्त नेता के दवाब में काम कर रही है, जिसके चलते उन्हें सच्चाई बताने के लिए मिडिया के समक्ष आना पड़ा है.
ममता गुर्जर ने यहां तक कह दिया कि यदि जांच में उनके पति दोषी पाए जाते हैं, तो वह खुद पुलिस के सामने उनके पति को गिरफ्तार करवा देगी. यदि जांच में वह निर्दोष पाए जाते हैं, तो ऐसी महिलाओं पर पुलिस झूठे मुकदमे लगाने के मामले दर्ज करें, ताकि समाज में सच्चाई सामने आ सके. ऐसे में उन्हे उम्मीद है कि मिडिया द्वारा सच्चाई को उजागर किए जाने से उनके पति को न्याय मिलेगा. इससे पुर्व अभिभाषक परिषद हिंडोली के एक प्रतिनिधी मंडल ने भी जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर निष्पक्ष कार्रवाई करने की मांग की है.
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बता दें कि 1 सप्ताह पूर्व महिला थाने में एक महिला ने हिंडोली निवासी वकील अनिल गुर्जर पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था, जिस पर महिला थाने में वकील के विरुद्ध 376 में मामला दर्ज कर जांच शुरू की. महिला का आरोप था कि केस लड़ने के बहाने उसके साथ कार में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया. इस मामले में महिला थाना पुलिस भी जांच कर रही है.