बूंदी. लाखेरी इलाके में मेज नदी पर हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई थी. घटना की जानकारी जैसे ही इलाके के पूर्व विधायक वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बाबूलाल वर्मा को लगी तो पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. जहां पर भीड़तंत्र ने पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा पर हमला कर दिया. उनके साथ मारपीट कर उनकी गाड़ी के कांच तोड़ दिए गए. ऐसे में पूर्व मंत्री जैसे तैसे बीच-बचाव करते हुए बाहर निकले और सुरक्षित स्थान पर पहुंचे. जहां पर उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि मामले को छोटा दर्ज किया गया जबकि भीड़तंत्र ने मुझे घेरा था और उसका पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है. पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा द्वारा बताई गई सारी जानकारियों को कलेक्टर ने निष्पक्ष रुप से कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया है.
इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा ने कहा कि मेरे हमले की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए और सरकार ही दोषी पर कार्रवाई करें. एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि पर इस तरीके से हमला नहीं होना चाहिए साथ में उन्होंने कहा है कि सरकार दलित विरोधी है.
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पूर्व मंत्री बाबूलाल वर्मा दलित वर्ग से आते हैं. ऐसे में उन्होंने मीडिया के सामने अपने दर्द को दलित वर्ग से जोड़ते हुए सरकार को दलित विरोधी बता दिया. पूर्व मंत्री द्वारा अपने दर्द को दलित विरोधी बताने के बाद शहर में राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
फिलहाल इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. मंत्री का कहना है कि इस मामले में जल्द और अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो और जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इस वीडियो के माध्यम से भी कार्रवाई की जाए.