बूंदी. जिले में लॉकडाउन का आज पहला दिन है. यहां शहर में सन्नाटा नजर आ रहा है सभी प्रतिष्ठानें बंद हैं और पुलिस की गाड़ियां शहर में मुनादी करवा रही हैं. लोगों को घर में रहने की अपील कर रही है. साथ में लोगों को जागरूक करने का काम भी कर रही है. वहीं, लॉकडाउन के दौरान केवल आवश्यक वस्तु की दुकानें ही खुली हुई है. बाकी अन्य प्रतिष्ठान बंद है. बता दें कि बूंदी में 8 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है और कोरोना की चेन को तोड़ने में प्रशासन जुटा हुआ है.
बूंदी में लगातार बढ़ते कोरोना केसों के चलते जिला प्रशासन ने लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी. पहले दिन लॉकडाउन होने के साथ ही शहर की सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा है. साथ में प्रशासन की ओर से लॉकडाउन में केवल आवश्यक वस्तु की दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है, बाकी सभी दुकानों को प्रशासन की ओर से बंद करने के आदेश है. यही नहीं प्रशासन ने इस लॉकडाउन में वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है और शहर के हर चौराहे पर पुलिस जवान बैरिकेट्स लगाकर तैनात है और आने जाने वाले लोगों को रोक रहे हैं. बिना कारण वाले लोगों को वापस लौटाया जा रहा है. साथ ही प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी की जा रही है और उनके चालान काटे जा रहे हैं.
वहीं, लॉकडाउन के पहले दिन जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा, पुलिस उपाधीक्षक मनोज शर्मा, कोतवाली थाना प्रभारी लोकेन सिंह पालीवाल ने शहर का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. लॉकडाउन के चलते शहर की सड़कें पूरी तरह से सुनी दिखाई दी, प्रतिष्ठानों पर ताले दिखाई दिए. केवल मेडिकल सहित अन्य दुकानें खुली नजर आई. वहीं, शहर में लगातार पुलिस के जवान गश्त कर रहे हैं और माइक से लॉकडाउन की पालना करने को लेकर मुनादी कर रहे हैं और लोगों को घर में रहने की अपील कर रहे हैं.
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लॉकडाउन में शराब की दुकानें और भांग के ठेके खुले होने की जानकारी प्रशासन को लगी थी. इस पर प्रशासन ने शहर में मौके पर पहुंचकर इन दुकानों को भी बंद करवाया है और कहा कि केवल आवश्यक वस्तु की दुकानें ही खोलना अनिवार्य है. बाकी अन्य दुकान नहीं खुल सकती. इसी तरह शहर में धारा 144 की पालना पुलिस करवा रही है और जहां लोग एकत्रित हो रहे हैं उन लोगों को चेतावनी देने के साथ ही दूर करवाया जा रहा है.