बूंदी. इस्लाम धर्म के संस्थापक मोहम्मद साहब के जन्मदिवस के अवसर पर पूरे देश में जश्ने ईद मिलादुन्नबी मनाया जा रहा है. हालांकि कोरोना काल के चलते यह उत्सव भी फीका रहा लेकिन लोग एडवाइजरी की पालना करते हुए अपने तौर-तरीकों से इस त्योहार को मनाते हुए नजर आए. साथ ही बूंदी कौमी एकता मंच की ओर से एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया है.
इन दिनों कोरोना का दौर चल रहा है. ऐसे में मास्क लगाना जरूरी है, उसी को देखते हुए सभी धर्मों के धार्मिक गुरुओं ने शहर भर में मास्क बांटे और धर्म गुरुओं का काफिला पूरे शहर के बाजारों में मास्क बांटते हुए नजर आए. शहर के आजाद पार्क रोड से शुरू हुआ काफिला कोटा रोड, इंदिरा बाजार, अहिंसा सर्किल होता हुआ आजाद पार्क रोड पर संपन्न हुआ. इस बीच जो भी बिना मास्क के मिला उन्हें यह काफिला मास्क पहनाते हुए नजर आया.
इस काफिले में काजी काउंसल के प्रदेश संरक्षक मौलाना पीरजदा अब्दुल शकूर कादरी, संत आत्माराम महाराज, गुरुद्वारा कमेटी से बाबा कश्मीर सिंह व उनकी टीम व बोहरा समाज के सालेह मोहम्मद व जककी बोहरा, ईसाई धर्म के प्रतिनिधि एलेक्स सैम सहित कई सामाजिक लोग इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे. साथ ही वे नो मास्क नो एंट्री अभियान को इस अवसर पर संबल प्रदान किया.
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ईटीवी से बातचीत करते हुए काजी काउंसिल के प्रदेश संरक्षक पीरजदा मौलाना अब्दुल शकूर कादरी ने कहा कि देश में आज जश्ने ईद मिलादुन्नबी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. पैगंबर मोहम्मद साहब ने हमेशा लोगों को भाईचारे में रहने एक दूसरे की मदद करने का संदेश दिया है. उसी को देखते हुए बूंदी में शुक्रवार को कौमी एकता की मिसाल सभी धर्म गुरु बने और कोरोना वायरस की इस घड़ी में लोगों को मास्क बांटने का काम किया.