केशवरायपाटन (बूंदी). हाड़ौती के प्रसिद्ध तीर्थस्थल कमलेश्वर महादेव के दरबार में इस बार चतुर्दशी पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. गुरुवार को अमावस्या पर भी काफी श्रद्धालु आए. बूंदी जिला अनलॉक होने के बाद इतनी भारी भीड़ पहली बार किसी तीर्थस्थल पर नजर आई.
प्रशासन को भी इतनी ज्यादा भीड़ की उम्मीद नहीं थी, इसलिए सारी व्यवस्थाएं चरमरा गईं. भीड़ ने कोरोना गाइडलाइन के सारे बैरिकेड्स तोड़ डाले. ट्रैफिक से लेकर भीड़ नियंत्रण तक सब फेल हो गया. हालात ऐसे बन गए कि सुबह 10 बजे तक तो मंदिर से 5 किलोमीटर दूर तक गाड़ियों की लाइन लग गईं. रास्ता पूरी तरह जाम हो गया. दोपहर दो बजे तक पूरे मंदिर क्षेत्र में भारी भीड़ थी. शाम चार बजे के बाद ही श्रद्धालुओं की भीड़ छंटने लगी. कमलेश्वर महादेव के दर्शन के लिए चतुर्दशी के दिन हाड़ौती सहित मध्यप्रदेश और कई राज्यों के श्रद्धालु पहुंचते हैं.
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श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते हालात ऐसे हो गए कि पवित्र स्नान के लिए दोनों कुंडों में पानी ही रीत गया और कीचड़ शेष बच गया. इसके बावजूद लोग श्रद्धा के चलते कीचड़ मे ही स्नान करते रहे. पानी की कमी के चलते दोनों कुंडों में ट्यूबवेल से पानी भरा जाता है, परंतु इस बार भारी भीड़ के चलते यह व्यवस्था भी नाकाफी रही. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यूं तो सर्किल के थानों से पुलिस मौजूद थी. पुलिस मंदिर के आसपास की व्यवस्था में लगी रही, जबकि वाहनों की पार्किंग से लेकर बीच रास्ते मे भीड़ नियंत्रण की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाने से लोगों को परेशान होना पड़ा. कोरोना काल में कुछ महीने पहले कमलेश्वर महादेव आ रहे श्रद्धालुओं की चांणदा व गोठड़ा के बीच नाव हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद अमावस्या की चतुर्दशी को हजारों की तादाद में श्रद्धालु कमलेश्वर महादेव पहुंचे.