बूंदी. शहर के जनाना अस्पताल में 6 साल की बालिका का लापता होने का मामला सामने आया है. लापता होने की जानकारी जैसे ही जिला अस्पताल प्रशासन को लगी, वैसे ही सभी जगह हड़कंप मच गया. बता दें कि जिला कलेक्टर रुकमणी रियार द्वारा पीड़िता के दो बच्चों को आर्थिक सहयोग देकर भर्ती करवाया गया था. ऐसे में पीड़िता अपने दोनों बच्चों की देखरेख कर ही रही थी कि अचानक उसकी 6 साल की पुत्री मोनिका बंजारा लापता हो गई. वहीं कोतवाली थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार रुकमणी बंजारा, बूंदी के मंगाल गांव निवासी है और उसका पति अन्य अपराध में बूंदी जेल में सजा काट रहा है. ऐसे में उसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है. वहीं पीड़िता रुक्मणी द्वारा 2 दिन पूर्व जिला कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई थी. जिसपर जिला कलेक्टर ने अस्पताल में रुकमणी के दोनों बच्चों को आर्थिक सहायता देकर भर्ती करवाया था और बूंदी के मातृ और शिशु अस्पताल के बाल वार्ड में दोनों मासूम भर्ती थे. मां दोनों की देखरेख में थी. ऐसे में शुक्रवार शाम को उसकी पुत्री मोनिका बंजारा उसकी आंखों के सामने ही अस्पताल परिसर से लापता हो गई.
उसने ढूढ़ने की काफी कोशिश की, आस-पास के स्टाफ से जाना तो आसपास का स्टाफ यह कहते हुए नजर आया कि उसके साथ मासूम जरूर थी, लेकिन वह कहां गई इसका पता उन्होंने नहीं बताया. ऐसे में पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
पीड़िता रुकमणी बंजारा की मानें तो उसने आसपास के लोगों से जब जानकारी लेनी चाही तो एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसकी पुत्री को ले जाना बताया. लेकिन वह कहां लेकर गया, कैसे लेकर गया, यह बता नहीं पाए. ऐसे में उसको शक है कि उसकी पुत्री का अपहरण हो गया और उसी की रिपोर्ट उसने कोतवाली थाना पुलिस को दी है. ड्यूटी पर मौजूद नर्स रविवेंद्र मीणा का कहना है कि पीड़िता रुक्मणी बंजारा के पास एक पुत्री जरूर थी और मैंने अपनी आंखों से उसे देखा था लेकिन वह कहां और कैसे गई. इसकी जानकारी नहीं है. वहीं पूरे मामले की जानकारी अस्पताल अधीक्षक को दे दी है. अब पुलिस अधिकारी इस मामले की जांच करेंगे.