बूंदी. इराक के नजफ में राजस्थान के करीब 30 व्यक्ति फंसे हुए हैं, इनमें 9 बूंदी जिले के निवासी हैं. झुंझुनू जिले के निवासी भंवर सिंह का शव 18 दिनों से भारत वापसी के इंतजार में बगदाद के अस्पताल में रखा हुआ है. मृतक के शव को भारत लाने के लिए बूंदी में युवाओं ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रक्त हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है.
इराक से राजस्थान के करीब 30 नागरिकों की वापसी का मामला बूंदी के युवाओं की ओर से उठाया जा रहा है. रविवार को बूंदी के हायर सेकेंडरी स्कूल प्रांगण में स्थित डॉक्टर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर शहर के युवाओं ने विदेश मंत्री के नाम भंवर सिंह के शव को तत्काल भारत लाने की मांग को लेकर खून से पत्र लिखा.
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विदेश मंत्री के नाम खून से लिखे पत्र में कहा गया, कि भारत सरकार को इराक सरकार के समक्ष कड़ा विरोध जताते हुए भंवर सिंह की तत्काल अपने परिवार के पास वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए. युवाओं ने मांग की है कि मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भी उठाना चाहिए.
बता दें, कि भंवर सिंह के शव को इराक से भारत लाने के लिए राजस्थान में विदेश मंत्री के नाम खून से हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है. रविवार को बड़ी संख्या में लोगों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के नाम लिखे गए ज्ञापन पर अपने खून से हस्ताक्षर किए.
हस्ताक्षर अभियान के संयोजक जगरूप सिंह रंधावा और एडवोकेट देवराज गोचर ने बताया, कि भंवर सिंह को राजस्थान वापस लाने तक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के नाम पत्र लिखने की हस्ताक्षर अभियान करने का क्रम जारी रहेगा.
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बता दें, कि मृतक भंवर सिंह शेखावत राजस्थान के झुंझुनू जिले के नाहर सिंघडी गांव के निवासी हैं और वे पिछले कुछ सालों से इराक में एक कंपनी के माध्यम से गए थे. उनकी मौत किन कारणों से हुई है इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है.