बूंदी. सोमवार को बीजेपी ने चित्तौड़ रोड स्थित विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. एक दिवसीय धरने में बीजेपी कार्यकर्ता एकजुट हुए और प्रदेश सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान बूंदी विधायक अशोक डोगरा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, राज्य की कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में बिजली के बिलों में बढ़ोतरी नहीं करने का वादा किया था. लेकिन अब सरकार वादाखिलाफी करते हुए कोरोना काल में प्रदेश की जनता को राहत देने की बजाय बिजली के दाम को बढ़ोतरी कर रही है. कई बार फ्यूल चार्ज, स्थाई शुल्क के नाम पर ये बढ़ोतरी हो रही है. इससे आमजन, किसान और औद्योगिक इकाइयों पर भारी मार पड़ रही है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार सर चार्ज के रूप में 1 हजार 40 करोड़ का अतिरिक्त भार डाल कर जनता को लूटने का काम कर रही है. प्रत्येक उपभोक्ता पर 500 से 2 हजार तक हर महीने का अतिरिक्त भार डालना जनता के लिए वादाखिलाफी है.
उन्होंने कहा कि, प्रदर्शन का ये पहला पड़ाव है. इसके बाद उपखण्ड स्तर, मंडल स्थल और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा और सरकार को चेताया जाएगा कि, सरकार ने अपने वादे से मुकरते हुए बिजली के दामों को बढ़ाया है. हमारी सरकार में हमने किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी थी. लेकिन गहलोत सरकार लगातार बिजली के दाम बढ़ा रही है. जिसको लेकर बीजेपी किसानों के लिए सड़कों पर उतर रही है.
ये भी पढ़ेंः बूंदी जेल में एक कैदी और ब्लॉक CMHO के दो कमर्चारी आए पॉजिटिव
बता दें कि, प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस आमने-सामने भी हो गए. प्रदर्शन के दौरान पुलिस भाजपा के कार्यकर्ताओं को अधीक्षण अभियंता कार्यालय के अंदर जाने से रोक रही थी. जिसको नाराज होकर बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी और धक्का-मुक्की करने लगे. नारेबाजी करने के दौरान माहौल गरमा गया और बीजेपी कार्यकर्ता गेट को धक्का देते हुए अधीक्षण अभियंता कार्यालय के अंदर घुस गए. फिर उसके बाद विधायक अशोक डोगरा के नेतृत्व में अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया.