बूंदी. कोरोना संक्रमण के बीच हुए लॉकडाउन से देश में मजदूरों का पलायन थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. वहीं, इन मजदूरों को लेकर सियासत भी काफी ज्यादा हो रही है. दरअसल, भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि 6 दिन बिहार के 45 मजदूरों को कांग्रेस नेताओं ने उन्हें घर भेजने का आश्वासन देकर रैन बसेरे में रुकवा दिया, लेकिन उन्हें घर नहीं भेजा. वहीं, उनके खाने की व्यवस्था भी नहीं करवाई. इन मजदूरों को सिर्फ एक ही समय का खाना मिल रहा है. सिर्फ इनके साथ फोटो लेकर राजनीति की जा रही है.
इन मजदूरों का कहना है कि उन्हें केवल खाने में 5 पुड़िया ही मिल रही है, जिससे उनका पेट नहीं भर पाता और शाम को खाना ही नहीं मिल पाता. ऐसे में वे भूखे सोने को मजबूर हैं. उनका कहना है कि 'हम पैदल ही जा रहे थे, तो हमें रुकवाया ही क्यों गया, अब तक तो हम हमारे घर पर पहुंच जाते हैं. लेकिन हम नेताओं के चक्कर में यहां रुकने को मजबूर हो गए हैं. आखिरकार हमारी जिम्मेदारी कौन समझेगा, यह हम समझ नहीं पा रहे हैं.'
भाजपा ने लगाया कांग्रेस पर फोटो लेकर राजनीति करने का आरोप
बता दें कि 6 दिन पूर्व कांग्रेस नेताओं ने कार्यालय में इन मजदूरों को रुकवा कर मीडिया के सामने फोटो खींचवाया था और कहा था कि वे मजदूरों को रवाना करवाने का काम कर रहे हैं, उनकी स्क्रीनिंग करवा रहे हैं. लेकिन बुधवार को उन मजदूरों को रैन बसेरे में रुकता हुआ देख हर कोई सकते में आ गया.
वहीं, बुधवार को भाजपा नेता निर्मल मालव इन मजदूरों के पास पहुंचे और इन मजदूरों से बात की तो मजदूरों ने अपना दर्द बताया. इन मजदूरों ने साफ तौर से कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया कि रैन बसेरे में रुकवाने के बाद भी उन्हें घर नहीं जाने दिया गया और खाना भी सही से नहीं दिया जाता. निर्मल मालव ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस मामले में जानकारी दी गई है अब इन मजदूरों को लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से बिहार रवाना करवाने का काम किया जाएगा.