बूंदी. पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन जारी है. ऐसे में बूंदी प्रशासन ने एक नवाचार किया है. प्रशासन की ओर से बूंदी जिला अस्पताल के अंदर पांच ऑटो रिक्शा की तैनाती की गई है, जो एंबुलेंस की तरह 24 घंटे सेवा में रहेंगे. प्रशासन ने मरीजों की सुविधा के लिए ये कदम उठाया है.
बूंदी जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को लगातार अस्पताल से सूचना मिल रही थी कि मरीजों से घर पर पहुंचाने घर से अस्पताल लाने वाले वाहनों के चालकों द्वारा मनमानी राशि वसूली जा रही है. साथ में वाहनों पर रोक के बाद परेशानी भी आ रही थी. इसको लेकर जिला परिवहन अधिकारी के नेतृत्व में पांच ऑटो रिक्शा की तैनाती की गई है और सभी सरकारी कार्यालयों, सोशल मीडिया पर इन पांचों ऑटो रिक्शा चालकों के नंबर और नाम सहित जारी किए गए हैं.
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कोई भी इन ऑटो रिक्शा के चालकों को फोन कर अपने घर पर बुला सकता है और आपातकालीन स्थिति में उपयोग में ले सकता है. इस सुविधा के बाद मनमानी दर लोगों से वसूली नहीं जा सकेगी. आमतौर पर सामान्य राशि लोगों से वसूली जाएगी, जिससे आमजन थकने से बच सकेंगे. हालांकि 30 मार्च को ही बूंदी जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने 5 ऑटो रिक्शा की तैनाती करने के आदेश जारी किए थे, लेकिन 3 अप्रैल होने के बाद भी यह आदेश क्रियान्वयन में नहीं लाया गए.
इसको लेकर आमजन ने बूंदी जिला कलेक्टर से शिकायत की तो बूंदी जिला कलेक्टर ने सख्ती से पालना करवाते हुए बूंदी जिला परिवहन अधिकारी को फिर से निर्देशित किया. ऐसे में बूंदी परिवहन अधिकारी सुधीर बंसल खुद पांच ऑटो चालकों को साथ में लेते हुए अस्पताल परिसर पहुंचे और वहां पर उन्हें अनुमति पत्र देकर खड़ा करवाया और ऑटो रिक्शा पर भी अनुमति पत्र चस्पा किया है.
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अभी बूंदी में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं मिला है. लॉकडाउन की पालना भी अब बूंदी वासी करने लगे हैं. लेकिन कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है. चाहे वह दुकान वाले हों या वाहन वाले. ऐसे में प्रशासन ने आमजन को सहूलियत महसूस हो, इसको लेकर यह ऑटो रिक्शा सुविधा शुरू की गई है. इसके माध्यम से आमजन को काफी राहत मिलेगी.