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बूंदी के बंसीलाल खुदकुशी प्रकरण में प्रशासन ने 13 दिन से जारी धरना करवाया समाप्त - sri lal gunjal

बंसीलाल खुदकुशी प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए माली समाज का प्रतिनिधि मंडल पिछले 13 दिनों से जिला कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठा था. जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद धरना शनिवार को समाप्त कर लिया गया है. प्रकरण में पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के भाई श्री लाल गुंजल पर धमकियां देकर प्रताड़ित करने का आरोप है.

प्रशासन ने 13 दिन से जारी धरना करवाया समाप्त
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Published : Jun 29, 2019, 9:21 PM IST

बूंदी. बंसीलाल खुदकुशी प्रकरण में 13 दिन से धरना दे रहे माली समाज के प्रतिनिधि मंडल और जिला प्रशासन के बीच वार्ता सफल हो गई है और प्रशासन के आश्वासन के बाद 13 दिन से जारी धरने को बंसीलाल परिवार और संघर्ष समिति ने धरना समाप्त कर दिया है. जिला प्रशासन कि ओर से आश्वासन दिया गया कि प्रकरण में पुलिस जांच 15 दिन में पूरी कर ली जाएगी और राज्य सरकार की जो भी योजना पात्र परिवार को मिले उनके सदस्य को दी जाएगी.

प्रशासन ने 13 दिन से जारी धरना करवाया समाप्त

बता दें कि जिले के तालेड़ा थाना इलाके के निवासी बंसी लाल सैनी इलाके में डेयरी संचालक था और एक साल पूर्व उसने अचानक से अपने घर में खुदकुशी कर ली. इस दौरान मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें आरोप था कि कोटा सरस डेयरी के अध्यक्ष और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के भाई श्री लाल गुंजल व अन्य दो लोग रुपए लेन-देन को लेकर लगातार धमकियां देकर प्रताड़ित कर रहे थे. जिसके चलते बंसीलाल ने खुदकुशी कर ली.

इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की लेकिन पुलिस द्वारा जांच में सुसाइड नोट को सत्यापित नहीं बताया. वहीं इस मामले में पीड़ित परिवार सामने आया तो माली समाज के लोगों ने भी आंदोलन करना शुरू कर दिया. विधानसभा चुनाव के पहले भी माली समाज के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था लेकिन ना आरोपी की गिरफ्तारी हुई ना पीड़ित परिवार को मुआवजा मिला. ऐसे में माली समाज चुनाव होने के चलते शांत हो गया वहीं लोकसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही माली समाज के लोग क्षेत्र में दौरा कर आंदोलन की रूप रेखा फिर से शुरू करने लगे और उन्होंने 17 जून को बूंदी जिला कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव लगाने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी. महापड़ाव पर 48 घण्टे में कार्रवाई की बात प्रशासन ने दी इस पर माली समाज के लोग कलेक्ट्रेट के बाहर धरना लगाकर बैठ गए उसी के बाद से शनिवार तक धरना जारी था.


शनिवार को धरने के 13 दिन बाद प्रतिनिधि मंडल की वार्ता जिला कलेक्टर से होने के बाद धरना समाप्त करने की बात हुई इस पर उपखंड अधिकारी कमल कुमार मीणा धरना स्थल पर पहुंचे और प्रतिनिधिमंडल में जो धरना दे रहे थे उन्हें जूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया. एसडीएम ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया गया कि प्रकरण में पुलिस की जांच 15 दिन में पूरी कर ली जाएगी. साथ ही राज्य सरकार की पात्र योजना में भी परिवार के सदस्यों को लाभ दिया जाएगा. लेकिन प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर 15 दिन बाद भी जांच पूरी नहीं होती है या फिर परिवार को कोई योजना का लाभ नहीं मिलता है तो फिर से आंदोलन करेंगे.

बूंदी. बंसीलाल खुदकुशी प्रकरण में 13 दिन से धरना दे रहे माली समाज के प्रतिनिधि मंडल और जिला प्रशासन के बीच वार्ता सफल हो गई है और प्रशासन के आश्वासन के बाद 13 दिन से जारी धरने को बंसीलाल परिवार और संघर्ष समिति ने धरना समाप्त कर दिया है. जिला प्रशासन कि ओर से आश्वासन दिया गया कि प्रकरण में पुलिस जांच 15 दिन में पूरी कर ली जाएगी और राज्य सरकार की जो भी योजना पात्र परिवार को मिले उनके सदस्य को दी जाएगी.

प्रशासन ने 13 दिन से जारी धरना करवाया समाप्त

बता दें कि जिले के तालेड़ा थाना इलाके के निवासी बंसी लाल सैनी इलाके में डेयरी संचालक था और एक साल पूर्व उसने अचानक से अपने घर में खुदकुशी कर ली. इस दौरान मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें आरोप था कि कोटा सरस डेयरी के अध्यक्ष और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के भाई श्री लाल गुंजल व अन्य दो लोग रुपए लेन-देन को लेकर लगातार धमकियां देकर प्रताड़ित कर रहे थे. जिसके चलते बंसीलाल ने खुदकुशी कर ली.

इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की लेकिन पुलिस द्वारा जांच में सुसाइड नोट को सत्यापित नहीं बताया. वहीं इस मामले में पीड़ित परिवार सामने आया तो माली समाज के लोगों ने भी आंदोलन करना शुरू कर दिया. विधानसभा चुनाव के पहले भी माली समाज के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था लेकिन ना आरोपी की गिरफ्तारी हुई ना पीड़ित परिवार को मुआवजा मिला. ऐसे में माली समाज चुनाव होने के चलते शांत हो गया वहीं लोकसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही माली समाज के लोग क्षेत्र में दौरा कर आंदोलन की रूप रेखा फिर से शुरू करने लगे और उन्होंने 17 जून को बूंदी जिला कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव लगाने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी. महापड़ाव पर 48 घण्टे में कार्रवाई की बात प्रशासन ने दी इस पर माली समाज के लोग कलेक्ट्रेट के बाहर धरना लगाकर बैठ गए उसी के बाद से शनिवार तक धरना जारी था.


शनिवार को धरने के 13 दिन बाद प्रतिनिधि मंडल की वार्ता जिला कलेक्टर से होने के बाद धरना समाप्त करने की बात हुई इस पर उपखंड अधिकारी कमल कुमार मीणा धरना स्थल पर पहुंचे और प्रतिनिधिमंडल में जो धरना दे रहे थे उन्हें जूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया. एसडीएम ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया गया कि प्रकरण में पुलिस की जांच 15 दिन में पूरी कर ली जाएगी. साथ ही राज्य सरकार की पात्र योजना में भी परिवार के सदस्यों को लाभ दिया जाएगा. लेकिन प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर 15 दिन बाद भी जांच पूरी नहीं होती है या फिर परिवार को कोई योजना का लाभ नहीं मिलता है तो फिर से आंदोलन करेंगे.

Intro:बंसीलाल प्रकरण में धरना दे रहे माली समाज के प्रतिनिधि मंडल और जिला प्रशासन के बीच वार्ता सफल हो गई है और प्रशासन के आश्वासन के बाद 13 दिन से जारी धरने को बंसीलाल परिवार और संघर्ष समिति ने धरना समाप्त कर दिया है। आपको बता दें कि प्रकरण में पुलिस जांच 15 दिन में पूरी कर ली जाए और राज्य सरकार की जो भी योजना पात्र परिवार को मिले उनके सदस्य को दी जाए ऐसा भरोसा जिला प्रशासन द्वारा दिया गया है उसी के बाद संघर्ष समिति के लोग माने ओर धरना समाप्त करवाया है ।


Body:बूंदी जिले के तालेड़ा थाना इलाके के निवासी बंसी लाल सैनी इलाके में डेयरी संचालक था और आज से 1 साल पूर्व उसने अचानक से अपने घर में खुदकुशी कर ली। खुदकुशी की जाने के दौरान मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमें परिवार का आरोप था कि कोटा सरस डेयरी के अध्यक्ष श्री लाल गुंजल जो पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के भाई हैं वह अन्य दो लोगों सहित रुपए लेने देने को लेकर लगातार धमकियां देकर प्रताड़ित किया गया जिसके चलते बंसीलाल ने खुदकुशी कर ली।

इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की लेकिन पुलिस द्वारा इस जांच में सुसाइड नोट को सत्यापित नहीं बताया वह जांच में रखा। वहीं इस मामले में पीड़ित परिवार सामने आया तो माली समाज के लोगों ने भी आंदोलन करना शुरू कर दिया । तो विधानसभा चुनाव के पहले भी माली समाज के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था लेकिन ना आरोपी की गिरफ्तारी हुई ना पीड़ित परिवार को मुआवजा मिला नहीं अन्य मांगे पूरी हुई । ऐसे में माली समाज चुनाव होने के चलते शांत हो गया वहीं लोकसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही माली समाज के लोग क्षेत्र में दौरा कर आंदोलन की रूप रेखा फिर से शुरू करने लगे और उन्होंने 17 जून को बूंदी जिला कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव लगाने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी ओर प्रदर्शन भी किया जहां महापड़ाव पर 48 घण्टे में कार्रवाई की बात प्रशासन ने दी इस पर माली समाज के लोग कलेक्ट्रेट के बाहर धरना लगाकर बैठ गए उसी के बाद से आज दिन तक धरना जारी था ।



Conclusion:आज धरने के 13 दिन प्रतिनिधि मंडल की वार्ता जिला कलेक्टर से होने के बाद धरना समाप्त करने की बात हुई इस पर उपखंड अधिकारी कमल कुमार मीणा धरना स्थल पर पहुंचे और प्रतिनिधिमंडल में जो धरना दे रहे थे उन्हें जूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया । जहां पर प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया गया कि प्रकरण में पुलिस की जांच 15 दिन में पूरी कर ली जाएगी । साथ ही राज्य सरकार की योजना में पात्रता रखने वाले परिवारों को लाभान्वित कर भरोसा दिलाया गया । तभी इस बात पर प्रतिनिधिमंडल माना। लेकिन प्रशासन को चेतावनी दे रहा है कि हमने आश्वासन पर धरना स्थगित किया है अगर 15 दिन बाद भी को जांच पूरी नहीं होती है या फिर परिवार को कोई योजना का लाभ नहीं मिलता है तो फिर से आंदोलन करेंगे ।

बाईट - राजेन्द्र माली , संघर्ष समिति , सचिव
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