बूंदी. जिले के गेण्डोली थाना अधिकारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को मारपीट के आरोप में एसपी ममता गुप्ता ने लाइनहाजिर कर दिया. बजरंग दल के नेता महावीर भाटिया सहित 5 लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उन्हें गेण्डोली पुलिस ने मूर्ति चोरी के मामले में हिरासत में लिया और बहरेमी से उनके साथ मारपीट की और यातनाएं दी.
बाद में इस मामले में उन्हें धारा 151 में पाबंद कर छोड़ दिया गया. महावीर भाटिया ने गेण्डोली थानाधिकारी सहित पांच पुलिसकर्मियों पर यातना देने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जानकारी बजरंग दल और बीजेपी नेताओं को दी. जिस पर बजरंग दल ने गेण्डोली इलाके के बजरंग दल नेता महावीर भाटिया पर मारपीट की निंदा करते हुए कहा कि इस तरीके से बजरंग दल के नेता को चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर मारपीट किए जाने का तरीका गलत है और इस तरीके से मारपीट की गई है कि शरीर पर गहरे जख्म के निशान हो गए है. उन्होंने थाना अधिकारी सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए 3 अगस्त को आंदोलन की चेतावनी दी थी.
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इस मामले में कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल ने पुलिस के आचरण को गलत बताया था और कहा कि इस तरीके की घटना सही नही है. पुलिस का नारा है कि आम जन में विश्वास और अपराधियों में भय लेकिन यहां तो पुलिस उल्टा करती हुई नजर आ रही है. यहां पर लोगो में विश्वास की जगह भय पैदा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि में 3 अगस्त को जाकर गेण्डोली थाने आंदोलन करूंगा. बता दें कि गेण्डोली थाना इलाके के बांस खेड़ा गांव में स्थित चारभुजा नाथ भगवान की प्रतिमा 2 जून 2019 को चोरी हो गई थी. ऐसे में महावीर भाटिया सहित अन्य लोगों पर मूर्ति चोरी करने का शक गेंडौली थाना पुलिस को था. उसी को लेकर गेंडोली थाना पुलिस ने हिरासत में लिया था.