बूंदी. जिले में भी धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण फैलने लगा है. गुरुवार को पहली बार एक साथ 10 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ जाने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है. यह सभी कोरोना मरीज लेबर रूम में 2 दिन पूर्व संक्रमित हुए संविदा कर्मचारी के परिवार से जुड़े हुए हैं, बाकी 3 मरीज शहर के अन्य इलाकों के हैं. वहीं, जिले में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 50 पर पहुंच गया है.
जिले में पिछले 15 दिनों से पॉजिटिव मरीज मिलने का सिलसिला जारी है. ऐसे में बूंदी अब नए हॉटस्पॉट के रूप में आगे बढ़ता जा रहा है. शहर में गुरुवार को मिले कोरोना वायरस में से 7 केस लेबर रूम जिला अस्पताल में कार्यरत महिला के परिवार से जुड़े हुए हैं. यहां पर 15 वर्षीय किशोरी के साथ पूरा परिवार को कोरोना वायरस संक्रमित निकला है.
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इसी तरह शहर के तीन अन्य इलाकों में भी कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. सूचना मिलने पर इन इलाकों में प्रशासन पहुंचा और सैनिटाइजर का छिड़काव करवाया है और सभी मरीजों को कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है.
वहीं, संपर्क में आने वाले लोगों को प्रशासन ने सूची बनाकर चिन्हित कर इनकी सैंपल लेने की तैयारी शुरु कर दी है. उधर बूंदी जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने एक आदेश जारी करते हुए सरकारी कर्मचारियों को चेताया है कि वह हॉटस्पॉट वाले इलाकों से अप-डाउन नहीं करें. यदि कोई विभाग का कर्मचारी अपडाउन करने के दौरान संक्रमित पाया जाता है तो उसके विभागीय मुखिया पर कार्रवाई होगी.
आदेश के बाद सरकारी विभाग में भी हड़कंप मच गया है और कई विभागों ने तो अपने कर्मचारियों को उपडाउन करने से मना भी कर दिया है. बूंदी में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के मरीज चिंता का विषय है. शहर की जनता ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है और व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही है.
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बढ़ते संक्रमण के चलते अब कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा भी बढ़ गया है. जिले में अब तक 26 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है और 6500 के करीब लोगों के कोरोना सैंपल लिए जा चुके हैं. जिनमें से 250 लोगों के सैंपल अभी पेंडिंग हैं जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है.