बीकानेर. आज कैंसर दिवस है. एक ऐसा दिन जो हमें डराने के लिए नहीं बल्कि जागरूक करने के लिए है. ये दिन हमें अपनी सेहत और आदतों को लेकर फिक्रमंद रहने की सीख देता है. कई शोध भी हुए हैं. जिनमें पता चला है कि कैंसर का एक बड़ा कारण गुटखा, सिगरेट, शराब का प्रयोग है. चौंकाने वाली बात यह है कि पुरुषों के समनांतर अब महिलाओं में भी गुटखे से होने वाले कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं.
स्टडी ये भी बताती है कि स्तन कैंसर के केसेस में भी दिनों दिन बढ़ोतरी हो रही है. बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर में आने वाले कुल मरीजों में महिला रोगी करीब 45 से 50 फीसदी चिन्हित हो रही हैं. पान मसाला, तंबाकू सेवन के चलते इसमें वृद्धि देखी जा रही है.
महिलाओं में बढ़ रहा मुंह गले का कैंसर-आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर के कैंसर रोग विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ नीति शर्मा कहती हैं कि आमतौर पर मुंह-गले का कैंसर की वजह शराब, गुटखा और सिगरेट तंबाकू उत्पादों का सेवन माना जाता है. पुरुषों में यह बीमारी इसी कारण से होती थी लेकिन अब आश्चर्य की बात है कि महिलाओं में भी ये उसी गति से बढ़ रहा है. सेंटर पर आने वाली मरीज कहते हैं कि पान मसाला, जर्दा, तंबाकू एकाध साल पहले खाते थे अब छोड़ दिया है. डॉक्टर कहती हैं- लेकिन उन्होंने इतना ज्यादा सेवन किया होता है कि उनकी तकलीफ लम्बे समय तक बनी रहती है.
पढ़ें- Cervical Cancer से बचाव में बेहद लाभकारी हो सकती है स्वदेशी 'सर्ववैक' वैक्सीन
बढ़ रहा स्तन कैंसर- डॉ नीति शर्मा कहती हैं कि महिलाओं में पिछले सालों में स्तन कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़े हैं. इसका एक बड़ा कारण देरी से शादी होना और प्रसूताओं और माताओं का शिशुओं को स्तनपान कराने की आदत में लापरवाही हो सकता है. उन्होंने बताया कि सेंटर पर आने वाली महिला मरीजों में स्तन कैंसर का आंकड़ा 20 फीसदी से ऊपर है. आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर उत्तर पश्चिमी भारत का एक बड़ा सेंटर है और यहां न सिर्फ बीकानेर बल्कि राजस्थान के अलावा देश के कई राज्यों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में यहां आ रहे आंकड़े देश के कुल कैंसर मरीजों के आंकड़ों के अनुपातिक रूप का एक बड़ा संकेत है.