बीकानेर. सौरमंडल में बृहस्पति ग्रह सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है. बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु भी कहा गया है (thursday tips). किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में हो तो उस व्यक्ति की सभी समस्याएं स्वतः समाप्त हो जाती हैं. धर्म शास्त्रों और पुराणों में भगवान श्री हरिविष्णु को सृष्टि पालनहार कहा गया है.
गुरुवार के उपाय- गुरु ग्रह को प्रबल करने के लिए सुबह स्नान के बाद देव गुरु बृहस्पति की पूजा करें. उसके बाद ओम बृं बृहस्पते नमः मंत्र का जाप कम से कम एक माला करें. तुलसी की माला का उपयोग करें. आपके जीवन में सुख एवं समृद्धि आएगी (tips for happy married life). धन एवं दौलत में वृद्धि होगी.
दाम्पत्य जीवन में आई परेशानी होती दूर- कहा जाता है कि गुरुवार को दांपत्य जीवन में परेशानी वाले पति पत्नी को गुरुवार का व्रत करने से लाभ होता है और उनका दाम्पत्य जीवन में क्लेश दूर होता है और जीवन सुखमय हो जाता है. भगवान विष्णु सृष्टि के पालनहार हैं. समस्त लोगों में निवास करने वाले सभी प्राणियों का पालन भगवान श्रीहरि विष्णु करते हैं. गुरुवार के दिन अपनी सभी परेशानियों को दूर करने के लिए भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा अर्चना देवी लक्ष्मी के साथ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. माता लक्ष्मी को तुलसी का पत्ता न चढ़ाएं.
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मनोकामना पूरी करने का मंत्र- भगवान विष्णु का मंत्र ' ओम भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती है. भगवान को रोली, अक्षत, चंदन, धूप, गंध, दीप, पीले फूल, पीले फल और मिठाई का भोग लगाएं. भगवान को चने की दाल और गुड़ का भोग गुरुवार के दिन जरूर अर्पित करें. साथ ही तुलसी दल भी चढ़ाएं. तुलसी के बिना भगवान विष्णु की कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है.
पूजा करने का भी फल- बृहस्पतिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर दैनिक दिनचर्या से निवृत होकर भगवान की पूजा करनी चाहिए. इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है, क्योंकि यह रंग भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है. इसके बाद मंदिर में दीपक जलाएं और हाथ जोड़कर व्रत और पूजन का संकल्प लें. कुछ लोग प्रत्येक गुरुवार व्रत रखते हैं तो वहीं कुछ लोग पूजा-पाठ करते हैं.