बीकानेर. सप्ताह में हर एक दिन किसी ना किसी देवता को समर्पित होता है. इसमें गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा-आराधना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-आराधना करने से उनकी कृपा जल्दी प्राप्त होती है. इस दिन पीपल की पूजा के साथ ही केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए.
पीपल और केले के पेड़ पर करें पूजा: गुरुवार के दिन पीला वस्त्र धारण करना चाहिए और भगवान विष्णु को भी पीली वस्तु का भोग अर्पित करना चाहिए. गुरुवार के दिन शाम को पीपल के पेड़ पर दीपक करना चाहिए और पीपल के पेड़ के सामने बैठकर भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए. मान्यता है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है. इसलिए गुरुवार के दिन केला नहीं खाना चाहिए और केले के पेड़ के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए. इसके अलावा पीपल के साथ ही केले के पेड़ पर दीपक अर्पित करते हुए भगवान विष्णु की पूजा की जा सकती है.
पढ़ें: नमो नारायण... इस शरीर में एक दिव्य भोक्ता है, जो कहलाता है...
लक्ष्मी संग विष्णु की पूजा: गुरुवार के दिन विष्णु मंदिर जाकर भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की पूजा और आराधना करनी चाहिए. 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' के मंत्र का जाप करने और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही सभी संकटों से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा 'ॐ लक्ष्मी नारायण नमो नमः' मंत्र का जाप करने से वैवाहिक जीवन के सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं और दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ता है. सुखद वैवाहिक जीवन के लिए भगवान विष्णु की आराधना फलदायी मानी गई है.
पढ़ें: Geeta Gyan: आज गीता पाठ से मिलेगा श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद, जीवन होगा खुशहाल
आर्थिक संकट होते दूर: गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-आराधना करने से मां महालक्ष्मी प्रसन्न होती है. जीवन में आए किसी भी प्रकार का आर्थिक संकट दूर होता है. धर्म शास्त्रों में भगवान विष्णु की पूजा और आराधना का विधान है. इससे जुड़ी कई कहानियां भी वर्णित की गई हैं.