बीकानेर. जिले के मान्याणा गांव स्थित जीएसएस पर शनिवार को करंट लगने से एक नाबालिग की मौत हो गई थी. नाबालिग की मौत के मामले में रविवार को तूल पकड़ लिया. रविवार को मृतक के परिजनों ने बिजली विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पीबीएम परिसर स्थित मोर्चरी के आगे धरना लगा दिया.
धरनार्थियों का नेतृत्व कर रहे माकपा नेता एडवोकेट बजरंग छींपा ने बताया कि मान्याणा जीएसएस पर कार्य करवाने वाले ठेकेदार ने नाबालिग को बहला-फुसला कर जोखिम भरा काम करने के लिए तैयार किया था. उन्होंने बताया कि ठेकेदार के बहकावे में आकर नाबालिग जीएसएस पर कार्य करने लगा. इस दौरान नाबालिग करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
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बजरंग छींपा ने मांग की है कि मामले मे बिजली विभाग के संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाना चाहिए. बता दें कि इन्हीं मांगों को लेकर मृतक के परिजन और ग्रामीण मोर्चरी के आगे धरने पर बैठे रहे.
मामले को बढ़ता देख बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता की. जिसमें परिजनों को 7 लाख रुपए मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया. जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया.