ETV Bharat / state

सोमवार के दिन जरूर करें ये काम, हर मनोकामना पूरी करेंगे भोलेनाथ

author img

By

Published : Jan 9, 2023, 6:35 AM IST

सोमवार का नाम सोम से पड़ा है, जिसका अर्थ सौम्य या सरल होता है ठीक भगवान भोलेनाथ की तरह, जो एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं और कभी अकूत चढ़ावे से भी उनकी कृपा के पात्र (shiv puja vidhi) नहीं बनते. इसे सप्ताह का प्रथम दिन भी कहते हैं. भगवान शिव को देवाधिदेव कहा जाता है.

monday shiv puja vidhi
हर मनोकामना पूरी करेंगे भोलेनाथ

बीकानेर. चंद्र देव ने सोमवार के दिन भगवान भोले नाथ को प्रसन्न करने के लिए तप किया था. सोम यानी चंद्रमा की पूजा से शिव प्रसन्न हुए और उन्हें क्षय रोग से मुक्ति मिली. तभी से सोमवार का दिन सोमेश्वर यानी चंद्रमा के ईश्वर को समर्पित हो गया. पौराणिक काल से भोले भंडारी की कृपा पाने के लिए भक्तगण सोमवार का व्रत करते हैं. इस दिन कुछ बातें हैं जिनका जातक विशेष ध्यान रखें तो निश्चित ही शंकर भगवान के कृपा पात्र बन (shiv puja vidhi) जाएंगे.

महामृत्युंजय का जाप: लंबी आयु प्राप्ति और रोग मुक्ति के लिए सोमवार के दिन सुबह जल्दी स्नान और पूजा पाठ करने के बाद महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए. सोमवार के दिन सुबह शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और साथ ही साथ 'ऊँ नम: शिवाय:' का जाप करते रहें. इसके अलावा, सोमवार के दिन पूजा में बिल्व पत्र, अक्षत (चावल) का इस्तेमाल करना चाहिए.

भगवान शिव को चढ़ाएं विशेष द्रव्य: जल से रुद्राभिषेक करने पर सुख-शांति मिलती (monday shiv puja vidhi) है. पशु प्राप्ति के लिए दही से अभिषेक करें. धन-धान्य आदि के लिए शहद से अभिषेक करें. रोग मुक्ति के लिए घी से और मोक्ष प्राप्ति के लिए तीर्थ जल से अभिषेक करें. ज्वर शांति के लिए मठे से अभिषेक करें. सरसों के तेल से शत्रुनाश होता है.

पढ़ें: Daily Rashifal 9 January : कैसा बीतेगा आज का दिन, जानिए अपना आज का राशिफल

शिव पूजा करने से दूर होता है शनि दोष: भगवान शिव को देवाधिदेव कहा जाता है. मान्यता है कि किसी भी तरह का किसी भी राशि का दोष भगवान शिव की पूजा करने से दूर होता है. खास तौर से शनि दोष को दूर करने के लिए भगवान शिव की पूजा का महत्व माना जाता है. द्वादश ज्योतिर्लिंग के नामों का उच्चारण करने से शनि का प्रकोप कम होता है और सोमवार के दिन उनका उच्चारण फलदायी होता है.

ये उपाय करें: सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान ध्यान करने के बाद सबसे पहले गणेश पूजन करें, फिर शिवलिंग पर तांबे, चांदी या सोने के लोटे से जल चढ़ाएं. जल चढ़ाते समय शिव जी के मंत्रों का जप करें. भगवान शिव के दर्शन और जल अर्पण के बाद साथ शिव चालीसा का पाठ या शिवाष्टक का पाठ जरूर करें. ऐसा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की समस्याएं दूर कर देते हैं.

बीकानेर. चंद्र देव ने सोमवार के दिन भगवान भोले नाथ को प्रसन्न करने के लिए तप किया था. सोम यानी चंद्रमा की पूजा से शिव प्रसन्न हुए और उन्हें क्षय रोग से मुक्ति मिली. तभी से सोमवार का दिन सोमेश्वर यानी चंद्रमा के ईश्वर को समर्पित हो गया. पौराणिक काल से भोले भंडारी की कृपा पाने के लिए भक्तगण सोमवार का व्रत करते हैं. इस दिन कुछ बातें हैं जिनका जातक विशेष ध्यान रखें तो निश्चित ही शंकर भगवान के कृपा पात्र बन (shiv puja vidhi) जाएंगे.

महामृत्युंजय का जाप: लंबी आयु प्राप्ति और रोग मुक्ति के लिए सोमवार के दिन सुबह जल्दी स्नान और पूजा पाठ करने के बाद महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए. सोमवार के दिन सुबह शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और साथ ही साथ 'ऊँ नम: शिवाय:' का जाप करते रहें. इसके अलावा, सोमवार के दिन पूजा में बिल्व पत्र, अक्षत (चावल) का इस्तेमाल करना चाहिए.

भगवान शिव को चढ़ाएं विशेष द्रव्य: जल से रुद्राभिषेक करने पर सुख-शांति मिलती (monday shiv puja vidhi) है. पशु प्राप्ति के लिए दही से अभिषेक करें. धन-धान्य आदि के लिए शहद से अभिषेक करें. रोग मुक्ति के लिए घी से और मोक्ष प्राप्ति के लिए तीर्थ जल से अभिषेक करें. ज्वर शांति के लिए मठे से अभिषेक करें. सरसों के तेल से शत्रुनाश होता है.

पढ़ें: Daily Rashifal 9 January : कैसा बीतेगा आज का दिन, जानिए अपना आज का राशिफल

शिव पूजा करने से दूर होता है शनि दोष: भगवान शिव को देवाधिदेव कहा जाता है. मान्यता है कि किसी भी तरह का किसी भी राशि का दोष भगवान शिव की पूजा करने से दूर होता है. खास तौर से शनि दोष को दूर करने के लिए भगवान शिव की पूजा का महत्व माना जाता है. द्वादश ज्योतिर्लिंग के नामों का उच्चारण करने से शनि का प्रकोप कम होता है और सोमवार के दिन उनका उच्चारण फलदायी होता है.

ये उपाय करें: सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान ध्यान करने के बाद सबसे पहले गणेश पूजन करें, फिर शिवलिंग पर तांबे, चांदी या सोने के लोटे से जल चढ़ाएं. जल चढ़ाते समय शिव जी के मंत्रों का जप करें. भगवान शिव के दर्शन और जल अर्पण के बाद साथ शिव चालीसा का पाठ या शिवाष्टक का पाठ जरूर करें. ऐसा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की समस्याएं दूर कर देते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.