बीकानेर. बसंत पंचमी का दिन विद्या, ज्ञान, संगीत, और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित है. इस दिन मां सरस्वती की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है (Saraswati Puja On Basant Panchami). कहते हैं जिस पर मां सरस्वती की कृपा होती है उसको जीवन में कभी तकलीफ और दुखों का सामना नहीं करना पड़ता है.
पढ़ाई में कमजोर हैं तो करें ये!- मां सरस्वती की पूजा से छात्रों को ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है. वहीं जिन छात्रों का मन पढ़ाई में नहीं लगता या वो ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते उन्हें बसंत पंचमी के दिन कुछ विशेष उपाय करने चाहिए. शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन किए गए इन उपायों से मां सरवस्ती प्रसन्न होती हैं और विद्या, ज्ञान, संगीत, और कला का आशीर्वाद देती हैं. बच्चा पढ़ाई से दूर रहता है या मन नहीं लगाता, तो इस दिन बच्चे के हाथ से मां सरस्वती को पीले फल अर्पित करवाएं. ऐसा करने से बच्चे का पढ़ाई में मन लगने लगेगा. इसके अलावा माता सरस्वती का एक चित्र बच्चे के स्टडी रूम में स्टडी टेबल के पास लगाएं.
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वाणी दोष दूर करने के लिए करें ये काम- मां सरस्वती को विद्या वाणी की देवी कहा जाता है (Saraswati Puja On Basant Panchami). कहते हैं जिसके कंठ पर सरस्वती की कृपा हो जाए उसकी वाणी बहुत सुरीली हो जाती है. किसी भी व्यक्ति के वाणी दोष को दूर करने के लिए बसंत पंचमी के दिन उसकी जिह्वा पर चांदी की सलाई या पेन की नोक से 'ऊं ह्रीं श्री सरस्वत्यै नमः’ मंत्र लिख दें. ऐसा करने से बच्चा वाणी दोष से मुक्त हो जाएगा. साथ ही उसकी भाषा भी स्पष्ट हो जाएगी.